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पाकिस्तान में आतंक का बाजार गरम है।  ताज़ा मामले में सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हुए किये गए आतंकी हमले में 16 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। पाकिस्तान खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सुरक्षाबलों के काफिलों पर एक बार फिर से हमला हुआ। हमले में 16 सैनिक घायल हो गए। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने सुरक्षाबलों के दो अलग-अलग काफिलों पर घात लगाकर हमले किए जिसमें एक अधिकारी समेत 16 सैनिक घायल हो गए।

इन दिनों पाकिस्तान में आए दिन आतंकी हमले हो रहे हैं। कभी पाकिस्तानी सुरक्षबल तो कभी आम मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है। बीते मंगलवार को भी बलूचिस्तान प्रांत के पांजगुर जिले में एक बांध निर्माण स्थल अज्ञात हमलावरों ने गोली चला दी जिसमें कम से कम पांच मजदूरों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए थे।

 

वक़्फ़ बिल को लेकर उठे विवाद के बीच जमीयत ने सरकार पर ज़ोरदार हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा की नियत में खोट है वह इस बिल के बहाने मुसलमानों की जायदाद हड़पने की साज़िश कर रही है।  वक्फ संशोधन बिल को लेकर मौलाना मदनी ने कहा कि वह इस मुल्क में रहने वाले मुसलमानों के लिए जहन्नुम बना रहे हैं। जो हो रहा है, वो मुल्क को आग लगाने के लिए हो रहा है। मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि वक्फ अल्लाह की मिल्कियत में दी गई है। हम बाहर से नहीं आए हैं. अगर हिंदू गुर्जर है तो मुसलमान भी गुर्जर है। हिंदू जाट है तो मुस्लिम भी जाट है। दिल्ली के अंदर ही हमारी मस्जिदें 400- 500 साल पुरानी है। कौन 500 साल पुराने दस्तावेज पेश करेगा? वह मुसलमानों की जमीन को हड़पना चाहते हैं।  

 

 

लेबनान के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दक्षिणी और पूर्वी लेबनान के विभिन्न इलाकों में इजरायली हवाई हमलों में 10 लोग मारे गए और नौ अन्य घायल हो गए

एक रिपोर्ट के अनुसार ,लेबनान के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दक्षिणी और पूर्वी लेबनान के विभिन्न इलाकों में इजरायली हवाई हमलों में दस लोग मारे गए और नौ अन्य घायल हो गए।

लेबनानी नागरिक सुरक्षा के आनुसार रविवार को कहा कि दक्षिणी लेबनान के सईदा पड़ोस पर इजरायली हमले में तीन लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए।

इसके अलावा पूर्वी लेबनान के माचघरा शहर पर हमले में तीन नागरिक मारे गए और दक्षिणी लेबनान के जबल अलबाटम गांव में दो और नागरिक मारे गए।

सूत्र ने कहा कि इस्लामिक हेल्थ अथॉरिटी के दो पैरामेडिक्स दक्षिणी लेबनान के बज़ौरीह नगर पालिका में मारे गए।

इसके अलावा रविवार को लेबनानी रेड क्रॉस की एक टीम ने दक्षिणपूर्वी शहर खियाम के पूर्वी किनारे पर इज़राइल के बुधवार के हवाई हमलों से नष्ट हुए दो घरों के मलबे से लेबनानी नागरिकों के पांच शव निकाले।

इस बीच, हिजबुल्लाह ने सिलसिलेवार बयानों में कहा कि उसकी सैन्य शाखा ने ड्रोन और मिसाइलों से विभिन्न इजरायली बस्तियों और सैन्य ठिकानों पर हमला किया।

लखनऊ के हुसैनाबाद में सैयद हसन नसरुल्लाह के चालीसवें की मजलिस ए अज़ा का आयोजन किया गया जिसमें हैदरी टास्क फोर्स द्वारा किया गया जिसमें विभिन्न विचारधाराओं से जुड़े हुए उलेमा शायर ज़ाकिरीन और मोमनिन बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।

बांग्लादेश में तख्तापलट और मणिपुर के संघर्ष के बीच अब मिजोरम के मुख्यमंत्री के बयान के बाद अमेरिका की कुख्यात ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए को लेकर एक बार चर्चा का बाजार गर्म है। क्या अमेरिका की खुफिया एजेंसियां भारत, बांग्लादेश और म्यांमार के कुछ हिस्सों को अलग करके एक अलग ईसाई देश बनाने की योजना पर काम कर रही है

इस संबंध में मिजोरम के  मुख्यमंत्री के बयान ने दुनिया भर में फिर से हलचल मचा दी है। मिजोरम के सीएम के भाषण के बाद अलगाववादी एजेंडे को लेकर चिताएं बढ़ गई हैं। अमेरिका में दिए अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने भारत के साथ-साथ बांग्लादेश और म्यांमार का भी जिक्र किया। उन्होंने चिन-कुकी-जो की एकजुटता और एक देश का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि चिन-कुकी-जो समुदाय को लेकर कहा कि हम सब एक है. हमे बंटने का जोखिम नहीं ले सकते। हमे तीन देशों में अन्यायपूर्ण बांटा गया है।

 इस संबंध में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी दावा किया था कि एक अमेरिकी अधिकारी ने भारत, बांग्लादेश और म्यांमार के कुछ क्षेत्रों को मिलाकर एक नया ईसाई देश बनाने की योजना के बारे में बात की थी।

दुनिया की सबसे बड़ी एयर लाइन्स ने तल अवीव के लिए अपनी सेवाओं को अगले वर्ष की गर्मियों तक लिए बंद कर दिया है।  ज़ायोनी समाचार पत्र "इज़राइल ह्यूम" ने लिखा कि अमेरिकन एयरलाइंस ने इलेक्ट्रॉनिक डेटाबेस से अवैध राष्ट्र के तल अवीव के लिए अपनी सभी सेवाओं को अगले साल गर्मियों तक के लिए बंद कर दिया है। 

अमेरिकन एयरलाइंस एक अमेरिकी एयरलाइन है जो 970 से अधिक विमानों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइन के रूप में जानी जाती है।

इससे पहले, ब्रिटिश एयरवेज ने भी घोषणा की थी कि उसने तल अवीव के लिए अपनी उड़ानें अगले साल मार्च के अंत तक अगले पांच महीनों के लिए निलंबित कर दी हैं।

इसी क्रम में ज़ायोनी रेडियो और टेलीविजन विभाग ने खबर देते हुए कहा कि तल अवीव के लिए विदेशी कंपनियों की उड़ानें निलंबित होने के कारण बेन गुरियन हवाई अड्डे की मुख्य इमारत अगले पांच महीने के लिए बंद रहेगी।

 

अवैध राष्ट्र इस्राईल में इस समय ईरान की जवाबी कार्रवाई को लेकर भय का माहौल है।  ईरान ज़ायोनी हमले का जवाब ज़रूर देगा इस बात पर सुप्रीम लीडर के बयान से भी मोहर लग गयी है।  अब ईरान के एक सांसद ने कहा है कि ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद जवाबी कार्रवाई को मंज़ूरी दे दी है। अमेरिका और ज़ायोनी अवैध राष्ट्र हालाँकि ईरान को जवाब न देने के लिए चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन ईरान के सैन्याधिकारी इस्माइल कौसरी के मुताबिक ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (SNSC) ने अवैध राष्ट्र के खिलाफ जवाबी हमले को मंजूरी दे दी है। 

ईरानी अधिकारी के इस बयान के बाद एक बार फिर तनाव बढ़ गया है, मध्य पूर्व के साथ-साथ पूरी दुनिया में चिंता है कि ईरान के तीसरे हमले के इस्राईल का क्या होगा। कौसरी ने कहा कि यह जवाब 1 अक्टूबर के मिसाइल हमले से कहीं ज्यादा खतरनाक होगा। 

 

 

ईरान पर इस्राईल के आतंकी हमलों में शहीद होने वाले ईरान के सैनिकों के परिवारजनों ने ईरान की इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर हज़रत इमाम ख़ामेनेई से मुलाक़ात की।

फिलिस्तीन में पीछले एक साल से भी अधिक समय से जनसंहार कर रहे अवैध राष्ट्र इस्राईल ने सिर्फ दो दिन में एक बार फिर 50 से अधिक बच्चों को शहीद कर डाला। 

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के नए कार्यकारी निदेशक ने कहा कि उत्तरी ग़ज़्ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन के क्रूर हमलों के नतीजे में हम घातक समय देख रहे हैं। 

फ़िलिस्तीन सूचना केंद्र के अनुसार, इस अधिकारी ने कहा कि पिछले दो दिनों में ही जबालिया में 50 से अधिक फ़िलिस्तीनी बच्चे शहीद हो गए हैं। यूनिसेफ ने नागरिकों और मानवीय कार्यकर्ताओं के खिलाफ हमलों को तत्काल रोकने का आह्वान किया।

यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि हम चाहते हैं कि ज़ायोनी शासन हमारे एक कर्मचारी को निशाना बनाने के संबंध में भी तत्काल जांच करे।

 

 

हज़रत अब्बास अ.स. के हरम की ओर से कब्ज़ा करने वाले यहूदी अत्याचार के कारण सीरिया में शरण लेने वाले लेबनानी परिवारों की मदद के लिए 19 कंटेनरों पर आधारित पांचवीं राहत खेप सीरिया भेजी गई है।

एक रिपोर्ट के अनुसार , हज़रत अब्बास अ.स. के हरम की ओर से ज़ायोनी आक्रामकता के परिणामस्वरूप सीरिया में शरण लेने वाले लेबनानी परिवारों की मदद के लिए 19 कंटेनरों पर आधारित पांचवीं राहत खेप सीरिया भेजी गई है।

हजरत अब्बास अ.स. की राहत समिति के प्रमुख, सैयद अशिकर ने बताया कि समिति ने सीरिया में शरण लेने वाले बेघर लेबनानी परिवारों की मदद के लिए एक राहत खेप भेजी है जिसमें 19 कंटेनरों में करीब 8000 राशन पैक, 16000 कंबल, मांस और विभिन्न खाद्य सामग्री शामिल हैं।

हजरत अब्बास अ.स. के हरम की ओर से राहत कार्य जारी,19 और कंटेनर सीरिया रवाना

उन्होंने यह भी बताया कि यह सामान सीरिया में हजरत अब्बास अ.स. के सेवक विभिन्न क्षेत्रों में जरूरतमंदों और प्रभावित लेबनानी परिवारों में वितरित करेंगे।

सैयद अशिकर ने बताया कि लेबनानी जनता की कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए उनकी मानवीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, उच्च धार्मिक नेतृत्व और नजफ अशरफ में निवास करने वाले मरजा-ए-तक़लीद की अपील और हरम के प्रमुख अल्लामा सैयद अहमद साफ़ी के निर्देश पर राहत का बड़ा हिस्सा हजरत अब्बास अ.स. की ओर से प्रदान किया गया है जिसमें जनता और हुसैनी मौकिब की ओर से दिए गए दान भी शामिल हैं।

हजरत अब्बास अ.स. के हरम की ओर से राहत कार्य जारी,19 और कंटेनर सीरिया रवाना

यह भी उल्लेखनीय है कि हजरत अब्बास अ.स.ने ज़ायोनी सरकार के आक्रामकता से प्रभावित लेबनानी जनता की मदद के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है, जिसमें इराक आने वाले प्रभावित और बेघर परिवारों (इराक के मेहमानों) के लिए आवास की सुविधा भी शामिल है।

इसके अलावा लेबनान पर ज़ायोनी आक्रामकता के बाद से अब तक हजरत अब्बास अ.स. ने हजारों टन राहत सामग्री के चार काफिले सीरिया भेजे हैं और सीरिया में एक स्थायी मेडिकल कैंप और एक स्थायी अस्पताल भी स्थापित किया है।

हजरत अब्बास अ.स. के हरम की ओर से राहत कार्य जारी,19 और कंटेनर सीरिया रवाना

याद रहे कि हज़रत अब्बास अ.स. की ओर से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीमें भी सीरिया भेजी गई हैं, और दवाओं और खाद्य पदार्थों से भरे दर्जनों कंटेनर लगातार भेजे जा रहे हैं इसी तरह शिविरों में रहने वाले लेबनानी परिवारों को भोजन प्रदान करने के लिए हजरत अब्बास अ.स.ने एक केंद्रीय रसोई भी स्थापित की है।