ईरान के विदेशमंत्री ने प्रतिरोधकर्ता गुटों को दिए अपने संदेश में कहा है कि ज़ायोनी दुश्मन अब तक अपने किसी भी लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाया है।
ईरानी विदेशमंत्री ने अपने संदेश में लेबनान और फ़िलिस्तीन के दृढ़ और धैर्यवान लोगों को रमज़ान के पवित्र महीने की बधाई देते हुए दृढ़ता के शहीदों को श्रद्धांजलि दी है।
हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने लेबनान के हिज़्बुल्लाह के प्रमुख सैयद हसन नसरुल्लाह, हमास आंदोलन के प्रमुख इस्माईल हनिया और जेहादे इस्लामी ज़ियाद नख़ाला के प्रमुख को संबोधित करते हुए कहा है कि दुनिया के मुसलमानों ने रमज़ान के महीने का ऐसे में स्वागत किया है कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन मानवता के खिलाफ अपराध करना जारी रखे हुए है और फिलिस्तीन के मज़लूम लोगों, विशेषकर ग़ज़्ज़ा की महिलाओं और बच्चों का नरसंहार कर रहा है और संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद सहित किसी भी अंतरराष्ट्रीय संगठन द्वारा कोई प्रभावी कार्रवाई को स्वीकार नहीं कर रहा है।
विदेशमंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान ने कहा कि एक तरफ हम ज़ायोनी शासन के व्यापक अपराधों के सामने मानवाधिकार के झूठे दावेदारों की चुप्पी देख रहे हैं और दूसरी तरफ़ पूरी तरह से सशस्त्र और अमरीका के भरपूर समर्थन से ज़ायोनी दुश्मन के मुक़ाबले में फिलिस्तीनी राष्ट्र का प्रतिरोध और गौरव देख रहे हैं।
विदेशमंत्री का कहना था कि इस ऐतिहासिक दृढ़ता और संघर्ष ने ज़ायोनी दुश्मन की हार को पहले से ज़्यादा उजागर कर दिया है।
अपने संदेश के अंत में, ईरान के विदेशमंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने अल्लाह की मदद और समर्थन के वादे पर पूर्ण विश्वास और भरोसा जताया और फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के समर्थन और बैतुल मुक़द्दस की स्वतंत्रता के लिए अल्लाह से दुआ की।