Print this page

माहे रमज़ान के आगमन पर मस्जिदों की सफ़ाई और स्वच्छता एक बेहतरीन सुन्नत

Rate this item
(0 votes)
माहे रमज़ान के आगमन पर मस्जिदों की सफ़ाई और स्वच्छता एक बेहतरीन सुन्नत

ईरान के माज़ंदरान प्रांत में वली फ़क़ीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मोहम्मद बाक़िर मोहम्मदी लाइनी ने कहा कि मस्जिदों की सफ़ाई और स्वच्छता रमज़ान महीने की एक अच्छी परंपरा है उन्होंने कहा कि एक खुली और साफ सुथरी मस्जिद युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करती है।

ईरान के माज़ंदरान प्रांत में वली फ़क़ीह के प्रतिनिधि, हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मोहम्मद बाक़िर मोहम्मदी लाइनी ने कहा कि मस्जिदों की सफ़ाई और स्वच्छता रमज़ान महीने की एक अच्छी परंपरा है उन्होंने कहा कि एक खुली और साफ-सुथरी मस्जिद युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करती है।

हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मदी लाइनी ने माज़ंदरान के शहर "सारी" की मस्जिद मूसा इब्ने जाफर (अ.स.) में मस्जिद की सफ़ाई के दौरान कहा कि हमारे यहाँ एक अच्छी परंपरा यह है कि रमज़ान के आगमन पर अल्लाह के मेहमानों के लिए मस्जिदों को साफ सुथरा किया जाता है।

 

उन्होंने आगे कहा कि हर साल लोग विशेष रूप से महिलाएँ स्वेच्छा से मस्जिदों की सफ़ाई में भाग लेती हैं हालांकि यह सभी नमाज़ियों और पड़ोसियों की ज़िम्मेदारी है कि वे केवल रमज़ान में ही नहीं बल्कि पूरे साल मस्जिदों की सफ़ाई का ध्यान रखें।

हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मदी लाइनी ने कहा कि एक सुंदर, खुली और साफ-सुथरी मस्जिद युवाओं को आकर्षित करती है, और मस्जिदों को बेहतरीन स्थिति में बनाए रखना आवश्यक है।

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हमें हज़रत इब्राहीम और हज़रत इस्माईल अ.स. की तरह अल्लाह के घरों के सेवक बनना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें अपने दिलों को भी हर प्रकार की गंदगी से शुद्ध करना चाहिए ताकि अल्लाह का नूर हमारे दिलों में रौशन हो।

 

Read 67 times