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ईरान और रूस के बीच मीडिया सहयोग - फ़र्ज़ी ख़बरों के खिलाफ़ एक संयुक्त मोर्चा

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ईरान और रूस के बीच मीडिया सहयोग - फ़र्ज़ी ख़बरों के खिलाफ़ एक संयुक्त मोर्चा

मॉस्को में ईरान के राजदूत काज़िम जलाली ने रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा से मुलाक़ात की, जिसमें फ़र्जी ख़बरों से निपटने के उपायों और मीडिया सहयोग को मज़बूत करने पर चर्चा हुई।

काज़िम जलाली ने मंगलवार को मारिया ज़खारोवा के साथ हुई बैठक में हालिया घटनाक्रमों पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान दोनों पक्षों ने मीडिया सहयोग बढ़ाने, सार्वजनिक राय व दृष्टिकोण को बेहतर ढंग से समझने और फ़र्ज़ी ख़बरों तथा विनाशकारी मीडिया प्रवाहों से निपटने के तरीकों पर गहन चर्चा की।

 रूसी विदेश मंत्रालय ने पहले भी पश्चिमी और अमेरिकी मीडिया द्वारा ईरान के खिलाफ़ फ़ैलाई जा रही झूठी ख़बरों को "गंदा राजनीतिक अभियान" क़रार दिया था।

 यूरोपीय ट्रॉइका ने तीन साल तक रोड़े अटकाए, अब समय को बहाना बना रहा है

 रूस के अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में स्थायी प्रतिनिधि मिखाइल उल्यानोव ने ज़ोर देकर कहा कि ईरान को परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग का अधिकार है जिसमें यूरेनियम संवर्धन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इस अधिकार पर सवाल उठाना बिल्कुल हास्यास्पद है।"

 उल्यानोव ने जेसीपीओए वार्ता को पुनर्जीवित करने में यूरोपीय ट्रॉइका द्वारा की गई बाधाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि "तीन साल तक अड़ंगे लगाने के बाद, अब ये देश दावा कर रहे हैं कि समय खत्म हो रहा है और एक नए समझौते की आवश्यकता है। क्या इसे कूटनीति कहते हैं?"

 इसी संदर्भ में फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-यवेस ले ड्रियन ने ईरान को "ट्रिगर मैकेनिज्म" सक्रिय करने की धमकी दी। अमेरिका के परमाणु समझौते से एकतरफा हटने का जिक्र किए बिना, उन्होंने ईरान के परमाणु हथियार हासिल करने को रोकने पर जोर दिया। MM

 

 

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