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सदियाँ बीत जाने के बावजूद, नहजुल बलाग़ा आधुनिक भाषा में समकालीन समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करता है

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सदियाँ बीत जाने के बावजूद, नहजुल बलाग़ा आधुनिक भाषा में समकालीन समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करता है

पाकिस्तान के शहर फैसलाबाद में नहजुल बलाग़ा का पैग़ाम फैलाने और समाज में सोच व अच्छे अख़लाक की जागरूकता पैदा करने के लिए मरकज़ अफ़कार-ए-इस्लामी और अंजुमन हुसैनिया बौस्तान ज़हरा के सहयोग से एक शानदार "नहजुल बलाग़ा कॉन्फ्रेंस" का आयोजन किया गया।

पाकिस्तान के शहर फ़ैसल आबाद मे  9 नवंबर 2025 को इतवार के दिन नहजुल बलाग़ा का पैग़ाम आम करने और समाज में फिक्र व अच्छे अख़लाक जगाने के लिए — मरकज़ अफ़कार-ए-इस्लामी और अंजुमन हुसैनीया बौस्तान ज़हरा के तआवुन (सहयोग) से एक शानदार "नहजुल बलाग़ा कॉन्फ्रेंस" का आयोजन किया गया। इस प्रोग्राम में बड़ी संख्या में उलमा, बुद्धिजीवी और अहल-ए-बैत (अ) के चाहने वालों ने शिरकत की।

कॉन्फ्रेंस में मरकज़ अफ़कार-ए-इस्लामी के सरपरस्त हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मक़बूल हुसैन अलवी, मौलाना लियाक़त अली अवान (निजामत), प्रोफेसर आबिद हुसैन, मौलाना तौसीफ कमेली, मौलाना महताब हुसैन सरवरी, मौलाना शेख़ बिलावल नक़वी, प्रोफेसर सैयद जाहिद हुसैन शम्सी और प्रोफेसर जफर अब्बास जोया ने मुख़तलिफ़ मौज़ूआत (विषयों) पर खिताबात (भाषण) किए.​

प्रोग्राम के आख़िर में शिरकत करने वालों के बीच कुरआंदाजी से 30 नहजुल बलाग़ा की किताबें तोहफ़े के तौर पर दी गईं।

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