अपनी देखभाल- 1

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अपनी देखभाल- 1

अपनी देख-भाल आप, स्वास्थ्य के मार्ग पर पहला क़दम है।

इसका अर्थ यह है कि हम यह सीखें कि हम स्वयं अपनी देख-भाल किस तरह कर सकते हैं और सुव्यवस्थित व्यायाम और मानसिक तैयारी के साथ अपने जीवन स्तर को किस तरह ऊंचा उठाएं। वास्तव में अपनी देख-भाल आप हमारी दिनचर्या का एक भाग है और यह विशेष देखभाल की विकल्प नहीं बल्कि उसकी पूरक है। दांत साफ़ करना, घर में हल्का फुल्का व्यायाम करना, सर्दी-ज़ुकाम होने पर दवा खाना, ये सब अपनी देख-भाल आप का ही भाग हैं।

अपनी देख-भाल आप की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि लोग स्वास्थ्य संबंधी देख-भाल से सही ढंग से लाभ उठाने के लिए सही फ़ैसला करते हैं और व्यक्तिगत रूप से अपनी देख-भाल के उचित तरीक़े का चयन करके उस पर अमल करते हैं। अलबत्ता यह फ़ैसला दूसरों से परामर्श और विशेषज्ञों व अन्य लोगों की राय के आधार पर भी हो सकता है। इसी तरह अपनी देख-भाल आप का मतलब यह नहीं है कि हम केवल अपनी देख-भाल करें बल्कि इसमें संतान, पड़ोसी, मुहल्ले वाले, शहर वाले, साथ में काम करने वाले, मित्र यहां तक कि पर्यावरण भी शामिल है।

 इसे बेहतर ढंग से समझने के लिए अपने मन में एक पिरामिड को साक्षत कीजिए जिसके शीर्ष पर बीमारी होने की स्थिति में पहुंच के सबसे प्रथम स्रोत के रूप में अपनी देख-भाल आप है। अपने परिवार की देख-भाल इस पिरामिड का एक अन्य स्तंभ है जबकि विशेष व संगठित देख-भाल भी इसके अन्य स्तंभों में शामिल हैं। यह पिरामिड, अपनी देख-भाल के साथ ही परिवार और स्वास्थ्य केंद्रों के विशेषज्ञों की भूमिका को भली भांति दर्शाता है।

अपनी देख-भाल आप का एक व्यापक कार्यक्रम इस बात में सहायक है कि तनाव कम करने और जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए छोटे ही सही लेकिन उचित क़दम उठाए जाएं। अपनी देख-भाल आप का मतलब उन गतिविधियों या कामों को जारी रखना भी हो सकता है जो आपको अच्छे लगते हैं उदाहरण स्वरूप पेड़-पौधे लगाना, दोस्तों व रिश्तेदारों से मिलने जाना या कोई विशेष काम करना। दूसरे शब्दों में अपनी देख-भाल आप का मतलब उस क्षमता या रुझान पर ध्यान देना है जिसमें आप रुचि रखते हैं, वह काम नहीं जो आपके बस ही में नहीं है। अपनी देख-भाल आप के माध्यम से लोग इच्छित व सक्रिय रूप से अपने लिए कोई समय दृष्टिगत रखते हैं ताकि ऐसे काम करें जो उनकी जवानी और ऊर्जा को सुरक्षित और मज़बूत रखे।

वास्तव में स्वस्थ रहने का कारण बनने वाली देख-भाल का बड़ा भाग, अपनी देख-भाल आप का परिणाम होता है। अर्थात लोग अपने स्वास्थ्य की रक्षा या उसे बेहतर बनाने, बीमारी में ग्रस्त होने से बचने, बीमारी के उपचार या उसके कुपरिणाम को कम करने के लिए जो गतिविधियां अंजाम देते हैं उसकी स्वास्थ्य में अहम भूमिका होती है। जैसा कि आप जानते हैं, बहुत सी साधारण बीमारियों को अपनी देख-भाल आप के माध्यम से थोड़ी सी अवधि में दूर किया जा सकता है।

लोग स्वस्थ जीवन शैली के माध्यम से बीमारियों को रोकने के तरीक़े अपना कर और साधारण बीमारियों में बिना नुस्ख़े वाली दवाओं के सही इस्तेमाल से पुरानी बीमारियों के उपचार और स्वास्थ्य की बेहतरी व रक्षा के लिए प्रयास कर सकते हैं। अधिकतर विकसित देशों में डाक्टरों व उपचार केंद्रों में पहुंचने वाले बीस प्रतिशत लोग इन्हीं साधारण बीमारियों के कारण जाते हैं जबकि इन बीमारियों के बड़े भाग का स्वयं लोग ही बड़ी आसानी से उपचार कर सकते हैं। इन देशों के स्वास्थ्य संबंधों केंद्रों के आंकड़ों के अनुसार साधारण चिकित्सकों की विज़िट, जिनमें डाक्टर दवा लिखता है, उनका लगभग दो तिहाई भाग बिना दवा के ही पूरी तरह ठीक हो सकता है या व्यक्ति बिना नुस्ख़े वाली दवाओं के माध्यम से स्वयं ही उपचार कर सकता है।

अपनी देख-भाल आप के अंतर्गत दी जाने वाली सलाह इन मामलों में लोगों को इस प्रकार सक्षम बना सकती है कि वे अपनी समस्याओं का समाधान कर लें। साधारण बीमारियों में स्वास्थ्य संबंधी मूल शिक्षाएं देकर और अपनी देख-भाल आप के लिए भरोसे योग्य सूचना स्रोत पेश करके कम से कम बीस प्रतिशत लोगों को डाक्टर के पास जाने से आवश्यकतामुक्त किया जा सकता है। पुरानी बीमारियों के संबंध में भी अपनी देख-भाल आप के सिद्धांत की शिक्षाओं के लाभ पूरी तरह से सिद्ध हो चुके हैं।

आजकल सामान्य दवाओं के माध्यम से अपनी देख-भाल आप के अलावा पारंपरिक औषधियों और जड़ी-बूटियों के माध्यम से अपनी देख-भाल भी बहुत प्रचलित है। यह जानना रोचक होगा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2014 से वर्ष 2023 तक के लिए प्रचलित शिक्षा प्रणाली के साथ ही पारंपरिक व पूरक उपचार की क्षमताओं से लाभ उठाने के लिए एक रणनीति तैयार की है। संगठन इस नतीजे पर पहुंचा है कि पूरे संसार में पारंपरिक व पूरक उपचार शैली की ओर लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है। इस संगठन के अनुसार जड़ी-बूटियों और पारंपरिक उपचार ने न केवल यह कि अपनी देख-भाल आप करने में अत्यधिक मदद की है बल्कि इनसे ग़ैर संक्रामक पुरानी बीमारियों के उपचार के लिए भी काफ़ी फ़ायदा उठाया जा सकता है।

अपनी देख-भाल आप, स्वस्थ जीवन का अभिन्न अंग है लेकिन इसके विपरीत अपना इलाज आप की शैली भी पाई जाती है जिसकी क़तई सलाह नहीं दी जाती। अतः अपनी देख-भाल आप को अपना इलाज आप नहीं समझना चाहिए। अपना इलाज आप का मतलब यह है कि रोगों और उनके लक्षणों के बारे में पर्याप्त सूचनाओं के बिना ही उपचार किया जाए या अपने तौर पर उपचार संबंधी फ़ैसला कर लिया जाए।

हालिया वर्षों में स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं के प्रसार, टीवी कार्यक्रमों और विशेष कर इंटरनेट पर उपलब्ध सूचनाओं के कारण उपचार संबंधी सूचनाएं बड़ी सरलता से सभी के लिए उपलब्ध हो गई हैं और लोग थोड़ी सी भी समस्या होने पर इंटरनेट पर उसके बारे में सूचनाएं खोजने लगते हैं और उस बीमारी के बारे में हर प्रकार की सूचना निकाल लेते हैं। इसके चलते अपना इलाज आप का मामला बहुत प्रचलित हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अंतिम आंकड़ों के अनुसार पूरे संसार में हर साल 51 लाख लोग अपना इलाज ख़ुद करने के चक्कर में मेडिकल इमरजेंसी में पहुंच जाते हैं और इनमें से लगभग एक लाख लोगों की मौत हो जाती है। इस लिए अपनी देख-भाल आप के विषय पर अच्छे से ग़ौर करना चाहिए और इसे अपना उपचार आप से नहीं मिलाना चाहिए।

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