
رضوی
अगर अपराध जारी रहा तो इज़रायली शासन निश्चित रूप से नष्ट हो जाएगा
सेना कमांडर-इन-चीफ ने यह कहते हुए कि ज़ायोनी शासन का अपराध जारी रखने से उसका पूर्ण विनाश हो जाएगा, कहा: यदि दुश्मन ग़लतियाँ करता हैं, तो हम बुनियादी ढाँचे को नष्ट करने का भी निर्णय ले सकते हैं।
सेना के कमांडर इन चीफ अमीर मेजर जनरल सय्यद अब्दुलरहीम मूसवी ने ज़ायोनी शासन के खिलाफ इस्लामी गणतंत्र ईरान के सशस्त्र बलों के बड़े पैमाने पर मिसाइल हमलों के संबंध में एक टेलीविजन साक्षात्कार में (ऑपरेशन सादिक 2) कहा: हमें उम्मीद है कि यह ऑपरेशन शोक संतप्त लोगों के दिलों में खुशी लाएगा, यह उन लोगों के दिलों पर मरहम होगा जिन्होंने इन हालिया घटनाओं में अपने प्रियजनों को खो दिया है।
सेना के प्रमुख कमांडर ने कहा: हमने हमेशा घोषणा की है कि हम किसी भी युद्ध के आरंभकर्ता नहीं हैं; लेकिन हम अपने अधिकारों की मजबूती से रक्षा जरूर करेंगे और इसके बाद भी ऐसा ही होगा।
उन्होंने जोर देकर कहा, "उन्हें आज जवाब मिला, और इसके बाद, यदि वे कोई अपराध और शरारत करते हैं, तो हम किसी भी स्तर पर जवाब देंगे, और हमारी अगली प्रतिक्रिया निश्चित रूप से और कई गुना मजबूत होगी। हमें उम्मीद है कि ज़ायोनी शासन को आवश्यक संदेश मिलेगा। निःसंदेह, अमेरिकियों और उनके समर्थकों को यह संदेश ज़ायोनी शासन से अधिक मिलना चाहिए।
मेजर जनरल मूसवी ने बताया: ज़ायोनी शासन का अपराधो को जारी रखने से उसका निश्चित विनाश होगा; यह उनके लिए एक संदेश था कि वे बच्चों और महिलाओ की हत्या और बलात्कार को रोकें और ग़ज़्ज़ा और लेबनान में निर्दोष महिलाओं और बच्चों को मारना बंद करें और अन्य देशों की संप्रभुता का सम्मान करें।
इसराइल पर ईरानी मिसाइलों की बौछार, 400 से अधिक मिसाइलें दागी
इज़राईल मीडिया ने दावा किया है कि ईरान ने मध्य और दक्षिणी इज़राइल की ओर 400 से अधिक मिसाइलें दागी हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने मध्य और दक्षिणी इज़राइल की ओर 400 से अधिक मिसाइलें दागी हैं।
समाचार एजेंसियों ने तस्वीरें प्रकाशित करते हुए ईरान के इज़राइल पर मिसाइल हमले की खबर दी है। यहूदी सेना ने पुष्टि की है कि कुछ समय पहले ईरान की ओर से इज़राइली भूमि पर मिसाइलें दागी गई थीं।
रिपोर्टों के अनुसार, यहूदी मीडिया ने बताया कि ईरान ने मध्य और दक्षिणी इज़राइल की ओर 400 से अधिक मिसाइलें फायर की हैं।
इज़राइली सेना ने अपने सभी नागरिकों को निर्देश दिया है कि ईरान द्वारा इज़राइल पर मिसाइल हमले के बाद सभी लोग शरण स्थलों में रहें।
इस हमले के बाद इजरायल में चारों तरफ अफरा तफरी फैल गई हैं।
हिटलर के बाद नेतन्याहू सबसे बड़े आतंकी। महबूबा मुफ्ती
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू एडोल्फ हिटलर के बाद सबसे बड़े आतंकवादी हैं।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एडोल्फ हिटलर के बाद सबसे बड़े आतंकवादी हैं क्योंकि यहूदी नेता ने फिलिस्तीन और लेबनान को गैस चैंबर में बदल दिया है।
महबूबा बोलीं इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने नेतन्याहू के खिलाफ फैसला सुनाया है लेबनान पर हमले ने साबित कर दिया है वे अपराधी है। फिलिस्तीन के बाद अब लेबनान में भी वह हज़ारों लोगों की हत्या कर रहा है।
महबूबा ने इजराइली एयर स्ट्राइक में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या की निंदा की। और लेबनान फिलिस्तीन के समर्थन में एक दिन के लिए अपना चुनाव प्रचार कैंसिल कर दिया है।
उन्होने ने कहां, नेतन्याहू सरकार के साथ संबंध रखने का सरकार का फैसला गलत है महात्मा गांधी के समय से ही हम फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं ऐसी सरकार के साथ संबंध रखना और उसे हथियार और ड्रोन मुहैया कराना, जिसका इस्तेमाल लोगों की हत्या के लिए किया जा रहा है यह गलत फैसला है।
भाजपा मुझे क्या बताएगी? वे भाजपा फिलिस्तीन के लोगों के लिए नसरल्लाह के लंबे संघर्ष के बारे में क्या जानते हैं? उन्हें देखना चाहिए कि कश्मीर, लखनऊ और देश के अन्य हिस्सों में कितने लोग निकल रहे हैं और शहीद के लिए नारे लगा रहे हैं। उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि उनकी सोच कितनी गलत है।
वहीद ख़ुरासानी ने सैयद मूक़ावमत की शहादत पर शोक संदेश जारी किया
आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद ख़ुरासानी ने सैयद हसन नसरल्लाह की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त किया हैं उन्होंने दुआ की कि अल्लाह उनकी रूह को शांति प्रदान करे उनके दर्जे बुलंद करे और उन्हें जवारे मसूमिन अ.स. में जगह करार दे।
एक रिपोर्ट के अनुसार, आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद ख़ुरासानी ने सैयद हसन नसरल्लाह की शहादत पर गहरा दुःख और शोक व्यक्त किया और प्रार्थना किया है कि अल्लाह उनकी रूह को शांति प्रदान करे, उनके दर्जे बुलंद करे और उन्हें सैय्यदु शुहदा अ.स. के सानिध्य में स्थान दे।
आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद ख़ुरासानी के कार्यालय द्वारा जारी किया गया शोक संदेश इस प्रकार है।
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम
إِنَّا لِلَّهِ وَإِنَّا إِلَیْهِ رَاجِعُونَ
मरज ए आलीक़द्र आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद ख़ुरासानी ने हुज्जतुल इस्लाम हज़रत सैयद हसन नसरल्लाह की शहादत पर एक शोक संदेश भेजा है, जिसे उनके प्रिय पुत्र ने एक टेलीफोनिक संपर्क के दौरान आयतुल्लाह वहीद ख़ुरासानी का संदेश पहुँचाया और दुःख व्यक्त किया हैं।
आयतुल्लाह वहीद ख़ुरासानी ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए, शहीद सैयद हसन नसरल्लाह के उच्च दर्जे और उन्हें सैयद-ए-शुहदा अ.स. की सानिध्य में स्थान प्राप्त होने की प्रार्थना की हैं।
उन्होंने उनके परिवारजनों के लिए धैर्य और महान प्रतिफल की दुआ की इसके साथ ही उन्होंने अल्लाह की बारगाह में प्रार्थना की कि इस अपराध के जिम्मेदार अपराधियों को ज़लील करे और उन्हें उनके कर्मो की सजा जल्द से जल्द मिले।
यमन पर ज़ायोनी सेना के हमले, शहीदों और घायलों की संख्या बढ़ी
यमन पर अवैध राष्ट्र इस्राईल के बर्बर हमलों में घायल और शहीदों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है।
यमन स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक इंटरव्यू में यमन पर ज़ायोनी शासन के हमले में घायल होने वालों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कल तटीय प्रांत हुदैदह पर इस्राईल के हमले में कम से कम 57 नागरिक घायल हुए हैं जबकि 5 आम नागरिक ज़ायोनी सेना हमले में शहीद हुए हैं।
फारस की खाड़ी में संयुक्त नौसैनिक अभ्यास करेंगे ईरान और भारत
प्राप्त जानकारी के अनुसार ईरान और भारत जल्द ही फारस की कड़ी में संयुक्त सैन्य अभ्यास करेंगे। मेहर न्यूज़ के अनुसार, कैप्टन अंशुल किशोर के नेतृत्व में भारत के तीन डेस्ट्रॉयर पर आधारित बेड़ा "अम्न और-ए-दोस्ती" शीर्षक के साथ ईरान के तटीय शहर बंदर अब्बास में लंगर डाल चुका है।
ईरानी नौसेना के कमांडर कैप्टन मसूद बेगी के मुताबिक, दोनों देशों की नौसेनाएं होर्मुज जलडमरूमध्य के उत्तर में संयुक्त अभ्यास करने जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि युद्ध और प्रशिक्षण बेड़े में सवार भारतीय बल ईरान में अपने चार दिवसीय प्रवास के दौरान बंदर अब्बास के सांस्कृतिक और मनोरंजक स्थानों का भी दौरा करेंगे।
ईरानी कमांडर ने कहा कि इस तरह की आपसी यात्राओं से दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध और मजबूत होंगे।
गज़्ज़ा 15 हज़ार गर्भवती महिलाएं भुखमरी के कगार पर हैं: संयुक्त राष्ट्र महिला
यूएन वूमेन द्वारा जारी एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ग़ज़्ज़ा में करीब 15,000 गर्भवती महिलाएं भुखमरी की कगार पर हैं। फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में 177,000 महिलाएँ चिकित्सा समस्याओं का सामना कर रही हैं।
ग़ज़्ज़ा में स्वास्थ्य पर अपनी हालिया रिपोर्ट में, संयुक्त राष्ट्र महिला ने खुलासा किया कि "गाजा में लगभग 15,000 गर्भवती महिलाएं भुखमरी के कगार पर हैं। गाजा में महिलाओं को कई चिकित्सीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें वृद्ध महिलाओं में गैर-संचारी रोग, कैंसर और गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए स्वास्थ्य और पोषण शामिल हैं। अस्पतालों के ठीक से काम नहीं करने के कारण महिलाओं को चिकित्सा सेवाओं और आवश्यक दवाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार 11 महीने से अधिक समय से चले युद्ध के परिणामस्वरूप गाजा में स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पूरी तरह से नष्ट हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार, "लगभग 84 प्रतिशत चिकित्सा सुविधाएं या तो क्षतिग्रस्त हो गई हैं या नष्ट हो गई हैं, और जहां चिकित्सा सेवाएं चालू हैं, वहां दवाओं, एम्बुलेंस, बुनियादी जीवन रक्षक आपूर्ति और पानी की भारी कमी है।"
फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में 177,000 महिलाएँ जीवन-घातक चिकित्सा समस्याओं का सामना कर रही हैं। इस संख्या में 162,000 महिलाएं मधुमेह, कैंसर, रक्तचाप, हृदय रोग जैसी गैर-संचारी बीमारियों का सामना कर रही हैं या हो सकती हैं। 15 हजार गर्भवती महिलाएं भुखमरी के कगार पर हैं. ज्ञात हो कि फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में इज़रायली आक्रमण के परिणामस्वरूप 41 हज़ार फ़िलिस्तीनियों की जान जा चुकी है जबकि 96 हज़ार से अधिक घायल हुए हैं।
उत्तर प्रदेश: हसन नसरुल्लाह की हत्या के विरोध में निकाला गया कैंडल मार्च
हसन नसरुल्लाह की शगादत पर रविवार से तीन दिवसीय शोक का आह्वान किया था इसमें लोगों से विरोध के तौर पर अपने घरों में काले झंडे फहराने और दुकानें बंद करने को कहा गया था इसी के चलते जगह-जगह बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए।
लेबनान में हुई हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरुल्लाह की हत्या के विरोध में सैकड़ों लोगों ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पुराने शहर इलाके में प्रदर्शन किया कैंडल मार्च निकाले और इजराइल तथा अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी की यह विरोध प्रदर्शन शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद के आह्वान पर किया गया।
मौलाना ने नसरुल्लाह की मौत पर रविवार से तीन दिवसीय शोक का आह्वान किया है इसमें लोगों से विरोध के तौर पर अपने घरों में काले झंडे फहराने और दुकानें बंद करने को कहा गया है। साथ ही ज्यादा से ज्यादा जगहों पर विरोध प्रदर्शन और शोकसभाएं आयोजित करने की अपील भी की गयी है।
इमाम हुसैन के रौज़े में सुपुर्दे खाक होंगे शहीद नसरुल्लाह
हिज़्बुल्लाह लेबनान के महासचिव शहीद सय्यद हसन नसरुल्लाह को दफनाने को लेकर तरह-तरह की खबरें चल रही हैं।
कुछ इराकी मीडिया हाउस ने खबर दी थी कि शहीद हसन नसरुल्लाह की बेरूत में तशी के बाद कर्बला में लाया जाएगा, जहां उन्हें इमाम हुसैन के रौज़े में दफनाया जाएगा। हालाँकि हिज़्बुल्लाह नेताओं ने इस खबर का खंडन किया है।
अश-शर्क अल-अवसत के अनुसार, हिज़्बुल्लाह के करीबी सूत्रों ने कहा है कि शहीद हसन नसरुल्लाह को दफनाने के लिए इराक नहीं ले जाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार और तदफ़ीन लेबनान में होगी, लेकिन अभी तारीख तय नहीं की गई है।
चूंकि शहीद हसन नसरुल्लाह के अंतिम संस्कार में कई देशों के गणमान्य लोगों के शामिल होने की उम्मीद है, इसलिए स्थिति सामान्य होने तक देरी होने की संभावना है।
इराक: बगदाद हवाई अड्डे के पास के इलाकों में रॉकेट दागे गए
इराकी सेना ने कहा कि मंगलवार को बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के आसपास के इलाकों में दो कत्युशा रॉकेट गिरे, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ।
अलखफ़ाजी के एक बयान के अनुसार, हमला मंगलवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 00:20 बजे हुआ जब दो रॉकेट हवाई अड्डे के करीब के इलाकों पर गिरे, जिनमें से एक इराकी आतंकवाद-रोधी सेवा के बेस पर गिरा।
अलखफ़ाजी ने कहा कि इराकी सुरक्षा बलों को पश्चिमी बगदाद के अलअमेरिया पड़ोस में छोड़े गए एक ट्रक पर एक रॉकेट लॉन्चर मिला और लॉन्चर में कई बिना दागे रॉकेटों को निष्क्रिय कर दिया गया उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी बाद में जारी की जाएगी।
इस बीच आंतरिक मंत्रालय के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी को बताया कि इराकी बलों ने पड़ोस की घेराबंदी कर दी है और हमलावरों की पहचान करने के लिए घटना की जांच शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि हमले में हवाई अड्डे के पास अमेरिकी सैन्य विशेषज्ञों के आवास वाले इराकी सैन्य अड्डे को निशाना बनाया गया अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
बगदाद के ग्रीन जोन में अमेरिकी सैनिकों और अमेरिकी दूतावास वाले इराकी सैन्य अड्डों पर अक्सर अज्ञात मोर्टार और रॉकेट हमले होते रहे हैं।