सऊदी अरब सरकार के नए नियमों के अनुसार, हज 2024-2025 में शामिल होने वाले सभी मुस्लिम देशों के जायरीन के लिए 'नुसुक' (NUSUK) पहचान पत्र साथ रखना अनिवार्य है। यह कार्ड न केवल हज की अनुमति का प्रमाण है, बल्कि इसके बिना मक्का में प्रवेश या आवाजाही की अनुमति नहीं होगी।
सऊदी अरब सरकार के नए नियमों के अनुसार, हज 2024-2025 में शामिल होने वाले सभी मुस्लिम देशों के जायरीन के लिए 'नुसुक' (NUSUK) पहचान पत्र साथ रखना अनिवार्य है। यह कार्ड न केवल हज की अनुमति का प्रमाण है, बल्कि इसके बिना मक्का में प्रवेश या आवाजाही की अनुमति नहीं होगी।जिनके पास यह कार्ड नहीं होगा, उनके खिलाफ सऊदी सुरक्षा अधिकारी कार्रवाई करेंगी।
'नुसुक' कार्ड में जायरीन की व्यक्तिगत जानकारी और ठहरने की जगह की जानकारी होती है।नया कार्ड नहीं मिलेगा: यदि कोई व्यक्ति कार्ड खो देता है, तो उसके लिए नया कार्ड जारी नहीं किया जाएगा।
यह नियम सभी देशों के जायरीन पर लागू है ताकि हज की व्यवस्था में अनुशासन बना रहे और उमरा करने वालों को हज की भीड़ से अलग रखा जा सके।
मदीना में रौज़ा ए रसूल की ज़ियारत अब सिर्फ 'नुसुक' मोबाइल ऐप से समय लेकर ही की जा सकती है। इससे कई जायरीन को व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से ज़ियारत में कठिनाई हो रही है।
ईरानी अधिकारियों ने ज़ायरीन की मदद के लिए शिक्षा और सहायता देने, और सऊदी प्रशासन से बातचीत कर समस्याओं को हल करने की बात कही है।
ईरान से इस साल लगभग 85,850 जायरीन 643 कारवां के ज़रिए हज के लिए रवाना हो रहे हैं। सभी से अनुरोध किया गया है कि वे मक्का और मदीना में पूरे समय 'नुसुक' कार्ड अपने पास रखें।