चुनाव में जनता की भागीदारी धार्मिक दायित्वःइमामी काशानी

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चुनाव में जनता की भागीदारी धार्मिक दायित्वःइमामी काशानीजुमे की नमाज़ तेहरान में आयतुल्लाह इमामी काशानी ने पढ़ाई। आयतुल्लाह इमामी काशानी ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में जनता की भागीदारी को धार्मिक दायित्व बताया है। आयतुल्लाह इमामी काशानी ने तेहरान में शुक्रवार की नमाज़ के ख़ुत्बे में आगामी राष्ट्रपति चुनावों में जनता की उपस्थिति को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि एसी स्थिति में चुनावों में जनता की भागीदारी बहुत ही महत्वपूर्ण है कि जब शत्रु इस्लामी शासन व्यवस्था को कमज़ोर करने के लिए हर प्रकर का षडयंत्र अपना रहा है। उन्होंने कहा कि ग्यारहवें राष्ट्रपति चुनाव में जनता की भरपूर उपस्थिति से शत्रु को निराशा होगी और इस्लामी गणतंत्र ईरान के विरुद्ध उनकी चालों को पराजय का मुंह देखना पड़ेगा। आयतुल्लाह काशानी ने कुछ इस्लामी देशों में जारी अशांति का उल्लेख करते हुए कहा कि शत्रुओं की ओर से मुसलमानों के बीच मतभेद फैलाने वाले यह कार्य इस्लाम को क्षति पहुंचाने के लिए किये जा रहे हैं। उन्होंने शत्रुओं की चालों के प्रति मुसलमानों को सतर्क रहने का आह्वान किया। आयतुल्लाह इमामी काशानी ने कहा कि इस्लामी जागरूकता की लहर से शत्रुओं में भय व्याप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि जो मुफ़्ती इस्लाम के नाम पर मुसलमानों के बीच युद्ध के फ़त्वे देते हैं वे न केवल यह कि मुसलमान नहीं हैं बल्कि ज़ायोनिज़्म और साम्राज्यवाद के एजेन्ट हैं।

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