पिछले काफी समय से राजनैतिक एवं आर्थिक उथल पुथल का शिकार रहे श्रीलंका में आज तख्तापलट के बाद पहला चुनाव हो रहा है जिसमे राष्ट्रपति विक्रमसिंघे के सामने सत्ता बचने की चुनौती है। चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि 1982 के बाद से श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनावों के इतिहास में पहली बार त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है। इस चुनावी लड़ाई में विक्रमसिंघे को अनुरा कुमारा दिसानायके और साजिथ प्रेमदासा से कड़ी टक्कर मिल रही है। इनके अलावा और भी कई उम्मीदवार हैं जो चुनावी मैदान में मजबूती से ताल ठोक रहे हैं।
मतगणना के बाद चुनाव परिणाम का ऐलान रविवार को किया जाएगा। मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के अपने प्रयासों की सफलता के आधार पर एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं जिस के लिए कई विशेषज्ञ विक्रमसिंघे की तारीफ कर चुके हैं।













