एक यमनी अधिकारी ने अमेरिका की यमन में विफलता की ओर इशारा करते हुए कहा कि अमेरिका ने इज़राइल के समर्थन से पीछे हटने का फ़ैसला किया है।
नस्रुद्दीन आमिर, जो कि अंसारुल्लाह यमन के सूचना विभाग के उपप्रमुख हैं ने क़तर के अलजज़ीरा चैनल से बात करते हुए और यमनियों तथा अमेरिका के बीच हुए युद्धविराम समझौते की प्रतिक्रिया में कहा,वाशिंगटन यमन के ख़िलाफ़ युद्ध में हार गया है और अब उसने इज़राइल का समर्थन छोड़ने का फ़ैसला किया है।
उन्होंने आगे कहा,ट्रंप ने निर्णय लिया कि वह लाल सागर में इज़राइली जहाज़ों की सुरक्षा से पीछे हटेंगे लेकिन हम कभी भी ग़ाज़ा के समर्थन से पीछे नहीं हटेंगे।
आमिर ने यह भी कहा,हमारी रणनीति स्पष्ट है हमने अपने हथियारों को इस तरह विकसित किया कि हम क़ब्ज़ा जमाने वालों को जवाबदेह बना सकें और तेल अवीव को ग़ाज़ा पर हमले रोकने पर मजबूर किया।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा,हम किसी भी इज़राइली जहाज़ को लाल सागर से गुज़रने की इजाज़त नहीं देंगे।अमेरिका और अंसारुल्लाह के बीच हुए संघर्षविराम के संदर्भ में उन्होंने बताया,यही अमेरिका के राष्ट्रपति थे जिन्होंने हमें संदेश भेजा था।