एक रिवायत में, पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने फ़रमाया है कि लोगों की गलतियों को क्षमा करना जहन्नम के अज़ाब से नेजात का ज़रिया है।
निम्नलिखित रिवायत "तंबीह अल-ख्वातिर" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلى الله عليه وآله:
تَجاوَزوا عَن ذُنوبِ النّاسِ يَدفَعِ اللّهُ عَنكُم بِذلكَ عَذابَ النّارِ.
अल्लाह के रसूल (स) ने फ़रमाया:
लोगों के गुनाहों को क्षमा कर दो, उसके बदले मे अल्लाह तुम से जहन्नम के अज़ाब को दूर कर देगा।
तंबीह अल-ख्वातिर, खंड 2, पृष्ठ 120