पाकिस्तान के सूचना मंत्रालय ने कुछ विदेशी मीडिया संस्थानों के पाकिस्तान-विरोधी प्रोपेगैंडे पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान का इज़राइल के बारे में रुख़ बिल्कुल साफ़ और दो-टूक है; पाकिस्तान ने कभी भी इज़राइल को मान्यता नहीं दी है और ना कभी मान्यता देगा।
पाकिस्तान के सूचना मंत्रालय ने कुछ विदेशी मीडिया संस्थानों के पाकिस्तान-विरोधी प्रोपेगैंडे पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान का इज़राइल के बारे में रुख़ बिल्कुल साफ़ और दो-टूक है; पाकिस्तान ने कभी भी इज़राइल को मान्यता नहीं दी है और ना कभी मान्यता देगा।
पाकिस्तान के सूचना मंत्रालय ने कहा है कि फ़िलिस्तीनी जनता के आत्मनिर्णय के अधिकार के समर्थन में पाकिस्तान का रुख़ बिल्कुल स्पष्ट और सिद्धांतों पर आधारित है। झूठी और मनगढ़ंत कहानियाँ बनाकर पाकिस्तान के ख़िलाफ़ ज़हरीला प्रोपेगैंडा करना दुश्मन मीडिया की पुरानी आदत है। पाकिस्तान के बारे में कुछ विदेशी मीडिया का एक और झूठा दावा अब बेनकाब हो गया है।
पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कुछ विदेशी चैनलों के भ्रामक दावों का खंडन करते हुए कहा है कि पाकिस्तान ने न तो इज़राइल को मान्यता दी है और न ही किसी सैन्य सहयोग पर विचार किया जा रहा है।
कुछ विदेशी टीवी चैनलों ने यह झूठा दावा किया था कि पाकिस्तान पश्चिमी देशों और इज़राइल की निगरानी में 20,000 सैनिकों को ग़ाज़ा भेजने की तैयारी कर रहा है।
कुछ मीडिया संस्थानों ने यह हास्यास्पद दावा भी किया कि पाकिस्तान ने अपने पासपोर्ट से “इज़राइल के लिए अप्रयुक्त” (Not valid for Israel) वाला खंड हटा दिया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में स्पष्ट कहा गया है कि पासपोर्ट में इज़राइल के लिए “अमान्य” (Not valid for Israel) की शर्त अब भी मौजूद है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
विदेशी चैनलों के प्रोपेगैंडे को बेनकाब करते हुए मंत्रालय ने दोहराया कि पाकिस्तान का इज़राइल के प्रति रुख बिल्कुल साफ़ और दृढ़ है पाकिस्तान ने कभी इज़राइल को मान्यता नहीं दी है।
सूचना मंत्रालय ने आगे कहा कि फ़िलिस्तीनी जनता के आत्मनिर्णय के अधिकार की पाकिस्तान स्पष्ट और सैद्धांतिक रूप से समर्थन करता है। कुछ विदेशी मीडिया संस्थान झूठी और मनगढ़ंत कहानियाँ बनाकर पाकिस्तान के खिलाफ़ ज़हरीला प्रोपेगैंडा फैला रहे हैं।













