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ईरान के सर्वोच्च नेता ने इस्राईल के साथ अमेरिका को चेतावनी दी
अंग्रेज़ी भाषा के संचार माध्यमों ने ज़ायोनी सरकार के हमले का मुंहतोड़ और करारे जवाब" शब्दों को अपनी सुर्खी बनाई और उसे सर्वोपरि रखा।
इर्ना के हवाले से रिपोर्ट दी है कि ईरान की इस्लामी क्रांति के नेता ने ज़ायोनी सरकार के अतिक्रमण के जवाब के बारे में शनिवार को जो बयान था उस पर पश्चिमी संचार माध्यमों ने प्रतिक्रिया दिखाई है और उनके बयान के कुछ शब्दों को हाइलाइट किया है और उसे सुर्खी बनाई है।
न्यूज़ एजेन्सी एसोशिएटेड प्रेस ने लिखा है कि ईरान के नेता ने चेतावनी दी है कि इस्राईली हमले का जवाब करारा और मुंहतोड़ होगा।
अंग्रेज़ी भाषा के इस संचार माध्यम ने इसी प्रकार के दूसरे ईरानी अधिकारियों के बयानों की ख़बर देते हुए लिखा है कि ईरानी अधिकारी 26 अक्तूबर के इस्राईली हमले के बारे में बात कर रहे हैं।
अंग्रेज़ी भाषा के अमेरिकी टीवी चैनल "एनबीसी" ने भी लिखा है कि ईरानी नेता ने अमेरिका और इस्राईल को चेतावनी दी है।
इस अमेरिकी संचार माध्यम ने ईरान के इस्लामी क्रांति के नेता के उस बयान को हाइलाइट किया जिसमें सर्वोच्च नेता ने कहा था कि ईरान और प्रतिरोध के ख़िलाफ़ वाशिंग्टन और तेलअवीव जो कार्य कर रहे हैं उसके कारण उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा।
अंग्रेज़ी भाषा के "अलजज़ीरा" टीवी चैनल ने भी ईरानी नेता के उस जुमले को सुर्खी बनाया, हाइलाइट किया और चुना जिसमें उन्होंने अमेरिका और इस्राईल को चेतावनी दी थी। उसने लिखा कि आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ईरान विरोधी कार्यवाही के बारे में वाशिंग्टन और तेलअवीव को चेतावनी दी।
अमेरिकी टीवी चैनल सीएनएन ने भी ईरानी नेता के उस बयान को सुर्खी बनाया जिसमें उन्होंने कहा है कि अमेरिका और इस्राईल को मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा।
सीएनएन ने लिखा कि अक्तूबर महीने में इस्राईल द्वारा ईरान के कुछ सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने इस हमले के जवाब पर बल दिया।
शेख नईम कासिम का चयन हिज़्बुल्लाह की एकता का प्रमाण
मजमय उलेमा ए मुस्लिमीन लेबनान ने एक बयान में कहा है कि सैयद अलशोहदा तुफान अलअक्सा के बाद सैयद हसन नसरल्लाह के उत्तराधिकारी के रूप में हिज़्बुल्लाह के नए महासचिव का चयन हिज़्बुल्लाह की एकता का महत्वपूर्ण प्रमाण है।
एक रिपोर्ट के अनुसार ,मजमय उलेमा ए मुस्लिमीन लेबनान ने एक बयान में कहा है कि सैय्यद अलशोहदा तुफान अलअक्सा के बाद सैयद हसन नसरल्लाह के उत्तराधिकारी के रूप में हिज़्बुल्लाह के नए महासचिव का चयन हिज़्बुल्लाह की एकता का महत्वपूर्ण प्रमाण है और इस्राएल के अपराधों के मुकाबले में धैर्य का प्रतीक है।
विद्वानों ने कहा कि हिज़्बुल्लाह के नए महासचिव के रूप में शेख नईम कासिम का चयन हर स्तर पर नेतृत्व की खाली जगहों को भरता है और हिज़्बुल्लाह आज की लड़ाई में अधिक नियंत्रण के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं जिससे ज़ायोनी दुश्मन को अपने सैन्य साधनों और युद्ध उपकरणों के विनाश का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने आगे कहा कि ज़ायोनी दुश्मन, 2006 के युद्ध की तुलना में तीन गुना अधिक हथियारों से लैस होने के बावजूद, मैदान-ए-जंग में असफल रहा है।
उन्होंने शेख नईम कासिम को हिज़्बुल्लाह लेबनान के महासचिव के रूप में चुने जाने पर बधाई दी और इस चयन को एक सफल और समयानुकूल कदम बताया।
बयान में कहा गया कि शेख नईम कासिम एक बेहतरीन नेता के योग्य उत्तराधिकारी हैं और नेतृत्व के लिए उपयुक्त हैं हम उन्हें जानते हैं और उनके अनुभवों से वाकिफ हैं।
शेख नईम कासिम साहस और बुद्धिमानी के धनी हैं और इस संवेदनशील समय में संगठन का नेतृत्व संभालने के काबिल हैं।
मजमअ उलमा ए मुस्लिमीन लेबनान ने हिज़्बुल्लाह के नए महासचिव से यह वादा किया कि वह इस्राएली ज़ायोनी शासन के अंत तक पूरी शक्ति और दृढ़ता के साथ इस्लामी प्रतिरोध के उद्देश्यों और स्वतंत्रता के लक्ष्यों को पाने के लिए उनके साथ खड़े रहेंगे।
उन्होंने हिज़्बुल्लाह के नए महासचिव पर विश्वास जताते हुए कहा कि शेख कासिम का प्रबंधन कौशल और शहीद हसन नसरल्लाह के साथ उनके अमूल्य अनुभव उन्हें विभिन्न आंतरिक और बाहरी चुनौतियों का सामना करने और उनका समाधान निकालने में सहायक सिद्ध होगा।
अंत में कहा गया कि जो लोग हिज़्बुल्लाह के महासचिव और अन्य नेताओं की शहादत के बाद हिज़्बुल्लाह को कमजोर दिखाने की कोशिश कर रहे थे उन्हें शेख नईम कासिम की राजनीतिक सूझबूझ और भविष्य की रणनीति का इंतजार करना चाहिए।
नाइजीरिया में बाढ़, 8 लाख लोग हुए बेघर, 321 लोगों की मौत
तकफ़ीरी आतंकवाद से जूझने वाला अफ्रीकी देश नाइजीरिया इस समय भारी बारिश के बाद बाढ़ से उपजी तबाही से जूझ रहा है। अब तक बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 321 लोगों की मौत हो गई है, वहीं, 740,000 से ज्यादा लोगों को बाढ़ की वजह से अपने घरों को छोड़ कर दूसरी सुरक्षित जगहों पर विस्थापित होना पड़ा है। देश के ज्यादातर हिस्सों में बाढ़ की स्थिति भयावह है। नाइजीरिया में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक, देश के दक्षिण-पूर्वी राज्य अनाम्ब्रा के गवर्नर ने वाइस प्रेसिडेंट की अगुआई में आयोजित मासिक नेशवल इकॉनमिक काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेना के बाद कहा कि मौत और विस्थापन के अलावा देश में लंबे वक्त से हो रही बारिश के कारण आई बाढ़ में करीब 2,854 लोग जख्मी भी हुए हैं।
जर्मनी द्वारा ईरानी दूतावास बंद करने की ईरान के विदेश मंत्री ने निंदा की
ईरान के विदेश मंत्री सय्यद अब्बास अराकची ने जर्मनी में ईरानी वाणिज्य दूतावासों को बंद करने के जर्मनी सरकार के इस इस कार्य की निंदा की हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार ,ईरान के विदेश मंत्री सय्यद अब्बास अराकची ने जर्मनी में ईरानी वाणिज्य दूतावासों को बंद करने के जर्मनी सरकार के इस इस कार्य की निंदा की हैं।
जर्मनी द्वारा देश में सभी तीन ईरानी वाणिज्य दूतावासों को बंद करने के फैसले की घोषणा के एक दिन बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में यह टिप्पणी की हैं।
अराकची ने शुक्रवार को कहा,जर्मनी में ईरान के वाणिज्य दूतावासों को बंद करना उस देश में रहने वाले ईरानियों के खिलाफ एक प्रतिबंध है जिनमें से अधिकांश के पास जर्मन नागरिकता भी है।
उन्होंने कहा कि जर्मन सरकार 2008 में ईरान के दक्षिणी शहर शिराज में बमबारी में 14 निर्दोष लोगों की जान लेने वाले और 200 से अधिक लोगों को घायल करने वाले आतंकवादी के समर्थन में जर्मन पासपोर्ट रखने वाले हजारों अन्य ईरानियों पर प्रतिबंध लगा रही थी।
बंद करने के फैसले से प्रभावित तीन ईरानी वाणिज्य दूतावास फ्रैंकफर्ट, हैम्बर्ग और म्यूनिख में हैं बर्लिन में ईरानी दूतावास चालू रहेगा।
इस्राईल की रक्षा के लिए खुल कर सामने आया अमेरिका, ईरान को दी धमकी
ईरान पर हमला करने के बाद जवाबी हमले के खौफ में जी रहे इस्राईल के लिए अमेरिका ने खुल कर मोर्चा संभाल लिया है। अमेरिका ने ईरान को धमकी देते हुए इस्राईल पर हमला न करने की नसीहत दी है।
पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने जानकारी देते हुए कहा कि इस्राईल की मदद के लिए अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में बमवर्षक विमान, लड़ाकू फाइटर प्लेन और नौसेना के विमानों को भेजने का आदेश दिया है। मेजर जनरल पैट राइडर ने बताया कि अमेरिका ने कई B-52 बमवर्षक विमान, लड़ाकू विमानों का एक स्क्वाड्रन, नौसेना के विध्वंसक विमान और टैंकर विमानों को तैनात करने का आदेश दिया है। जल्द ही यह विमान पश्चिम एशिया पहुंच जाएंगे। साथ ही यूएसएस अब्राहम लिंकन युद्धपोत जल्द ही अमेरिका लौट जाएगा।
इराकी सरकार से इज़राइली उल्लंघनों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद सद्रुद्दीन काबांची ने इज़राइली विमानों द्वारा इराकी हवाई सीमा के उल्लंघन और ईरान पर हमले की निंदा की है और इराकी सरकार से मांग की है कि वह दोषी को सजा दे।
एक रिपोर्ट के अनुसार, नजफ अशरफ के इमाम-ए-जुमआ हुज्जुतल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद सद्रुद्दीन कबांची ने जुमा के खुतबे में कहा कि फिलिस्तीनी सहायता संगठन UNRWA पर प्रतिबंध निंदनीय है और लेबनान और गाज़ा की तबाही के लिए अमेरिका और इज़राइल जिम्मेदार हैं।
इसलिए इराकी सरकार को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए और अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद सद्रुद्दीन काबांची ने अपने खुतबे में इज़राइली विमानों द्वारा इराकी हवाई क्षेत्र के उल्लंघन की निंदा की और मांग की कि इराकी सरकार जिम्मेदार पक्ष को सजा दे।
उन्होंने UNRWA पर लगाए गए इज़राइली प्रतिबंध की भी निंदा की और कहा कि इज़राइल फिलिस्तीनियों की मदद में बाधा डाल रहा है जो कि अंतरराष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन है।
सैयद सद्रुद्दीन कबांची ने शेख नईम कासिम को हिजबुल्लाह लेबनान का नया महासचिव चुने जाने पर बधाई दी और कहा कि लेबनानी जनता और हिजबुल्लाह दृढ़ता से खड़े रहेंगे और उनका हौसला कमजोर नहीं होगा।
युद्धविराम पर चर्चा के संदर्भ में उन्होंने इज़राइल और अमेरिका से मांग की कि वे गाजा और लेबनान के पुनर्निर्माण की जिम्मेदारी लें और 45,000 शहीदों के नुकसान का मुआवजा दें। उन्होंने हमास और हिजबुल्लाह को अधिक धैर्य और दृढ़ता की सलाह दी।
नजफ के इमाम ए जुमआ ने इज़राइली विमानों द्वारा इराकी हवाई क्षेत्र के उल्लंघन की कड़ी निंदा की और कहा कि इराकी सरकार को इस पर स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद सद्रुद्दीन काबांची ने इराकी संसद के स्पीकर के चुनाव को एक सकारात्मक कदम बताते हुए संसद को कई सुझाव दिए जिनमें लंबित कानूनों की मंजूरी एकता और सामंजस्य को बढ़ावा देना और निजी कानूनों में संशोधन शामिल हैं।
दूसरे खुतबे में उन्होंने सोशल मीडिया के प्रभावों पर प्रकाश डाला और अकेलापन और आत्महत्या जैसे मुद्दों पर चिंता व्यक्त की हैं।
इमाम ए जुमआ नजफ ने मोमिनों के लिए दुआ की अहमियत पर जोर देते हुए पैगंबर मुहम्मद स.ल. की एक हदीस का जिक्र किया कि जो व्यक्ति दूसरों के लिए दुआ करता है अल्लाह उस पर भी वैसे ही इनायत करता है।
आयतुल्लाह ख़ामेनेई का ऐलान, अवैध ज़ायोनी राष्ट्र और अमेरिका को कड़ा जवाब मिलेगा
ईरान की इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने ईरान पर इस्राईल के हमलों का मुंहतोड़ जवाब देने का ऐलान करते हुए कहा है किअवैध ज़ायोनी शासन और अमेरिका को उनकी इस हरकत का मुँहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने देश वासियों को आश्वासन देते हुए कहा कि वैश्विक सम्राज्यवाद और दुनिया पर प्रभाव रखने वाले अहंकारी शासन को मुंहतोड़ जवाब देना हमारा अधिकार है। यह एक तार्किक कदम है और धर्म, शरिया, नैतिकता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप है और देश और ज़िम्मेदार अधिकारी इस संबंध में कोई संकोच नहीं करेंगे।
आयतुल्लाह ख़ामेनेई और छात्रों की मुलाक़ात
ईरान की परंपरा के अनुसार इस साल भी13वीं अबान की पूर्व संध्या पर, देश भर से छात्रों के एक समूह ने आज इमाम खुमैनी इमाम बारगाह में इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई से मुलाकात की।
आत्मा और हृदय को शुद्ध करना कोई आसान काम नहीं
मुंबई के इमाम जुमा ने जुमे की नमाज के खुत्बे मे कहा कि जो व्यक्ति पापों के द्वारा, झूठ बोलकर, धन देकर लोगों से अपनी प्रशंसा चाहता है, वह व्यक्ति जो लोगों से अपनी झूठी प्रशंसा कराता है, अर्थात पाप के माध्यम से लोगों से अपनी प्रशंसा करता है। अपनी तारीफ करता है। एक दिन यही तारीफ करने वाला खुद ही उसकी बुराई करने लगता है।
मुंबई के इमाम जुमा मौलाना सय्यद अहमद अली आब्दी ने 1 नवंबर, 2024 को मुंबई की शिया खोजा जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के खुत्बे मे कहा कि हम लोगो पर अल्लाह के महान उपकारों और नेमतो में से एक उपकार, जिससे बड़ा कोई उपकार नहीं है, वह है अपने सबसे महान पैग़म्बर मुहम्मद मुस्तफा (स) को हमारे पास भेजना। पैगंबर के मिशन का मुख्य उद्देश्य लोगों को शिक्षा देना और उनकी आत्माओं को शुद्ध करना है। जिस प्रकार शरीर गंदा हो तो उसे शुद्ध किया जाता है और थक जाने पर उसे नहलाया जाता है ताकि व्यक्ति तरोताजा महसूस करे। याद रखें कि ईश्वर की उपस्थिति में केवल शरीर के साथ उपस्थित होना नहीं है, बल्कि आत्मा के साथ उपस्थित होना है।
मौलाना सय्यद अहमद अली आबिदी ने कहा: हम नमाज़ में अल्लाह के करीब होने का इरादा रखते हैं, स्नान में हम अल्लाह के करीब होने का इरादा रखते हैं, रोज़े में हम अल्लाह के करीब होने का इरादा रखते हैं। इस "अल्लाह से निकटता" का अर्थ केवल शारीरिक निकटता नहीं है, बल्कि आत्मा और हृदय से अल्लाह के करीब होना है।
उन्होंने कहा: शरीर को शुद्ध करना, कपड़ों को शुद्ध करना आसान है। अपनी आत्मा को शुद्ध करना, अपने हृदय को शुद्ध करना कोई आसान काम नहीं है। पानी कपड़ों को तभी पाक करता है जब यह पानी कपड़ों तक पहुंचता है, अगर पानी कपड़ों तक नहीं पहुंच रहा है तो कपड़े पाक नहीं होंगे, इसलिए पानी मौजूद होना चाहिए और हमें इसका इस्तेमाल करना चाहिए। आत्मा का अर्थ यह है कि जब तक कोई व्यक्ति आत्मा तक नहीं पहुंच जाता, तब तक आत्मा शुद्ध नहीं होगी, इसलिए ईश्वर ने हमारी आत्मा तक पहुंचने के लिए सबसे महान पैगंबर हजरत मुहम्मद मुस्तफा को भेजा। जिन्होंने हमें आत्मा की शुद्धि के लिए औषधियाँ बताईं, उपाय बताए।
मुंबई के इमाम जुमा ने रिवायत बयान करते हुए कहा: जो शख्स गुनाहों के जरिए, झूठ बोलकर, पैसे देकर लोगों से अपनी तारीफ करना चाहता है, वह शख्स जो लोगों से अपनी झूठी तारीफ करता है यानी गुनाह के जरिए लोगों से अपनी तारीफ करता है। एक दिन यही प्रशंसा करने वाला उसे गालियां देने लगता है। हम समाज में यह देख रहे हैं, कल तक जो किसी की नाक के बाल थे, परछाई की तरह चलते थे, तारीफ करते थे, सर कहते थे, हाजी कहते थे, आज वे चौराहे पर खड़े होकर उन्हें बुरा-भला कह रहे हैं।
दुनिया में 23 साल से कम उम्र की प्रतियोगिता में ईरान की फ़्रीस्टाईल कुश्ती चैंपियन
ईरान में 23 साल से कम उम्र की कुश्ती की नेश्नल टीम ने विभिन्न प्रकार के सात पदकों के साथ अलबानिया में होने वाली प्रतियोगिता में चैंपियन का ख़िताब जीत लिया है।
अलबानिया की राजधानी तिराना में 23 साल से कम उम्र के जवानों की जो फ्री स्टाईल कुश्ती की प्रतियोगिता हुई थी उसमें ईरान की फ़्री स्टाईल कुश्ती की नेश्नल टीम ने तीन स्वर्ण पदक और एक रजत और तीन कांस्य पदक प्राप्त किया। इस प्रकार वह प्रथम स्थान पर रही।
मेहदी यूसुफ़ी ने 79 किलोग्राम, अमीर हुसैन फ़ीरोज़पूर ने 92 किलोग्राम, अमीर रज़ा मासूमी ने 125 किलोग्राम की प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल जबकि मेहदी हाजीलूयान ने 97 किलोग्राम के मुक़ाबले में रजत पदक हासिल किया और अली मोमिनी 57 किलोग्राम, इब्राहीम ख़्वारी ने 61 किलोग्राम और अब्बास इब्राहीमज़ादे ने 70 किलोग्राम के मुक़ाबले में कांस्य पदक प्राप्त किया।
इस प्रकार इस मुक़ाबले में ईरान की फ्री स्टाईल की नेश्नल टीम पहले स्थान पर रही जबकि आज़रबाइजान गणराज्य की टीम दूसरे और जापान की टीम तीसरे स्थान पर रही।