
رضوی
योगी सरकार को अदालत की फटकार, 25 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश
उत्त्तर प्रदेश की योगी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने बिलडोज़र कार्रवाई के नाम पर सैंकड़ों हँसते खेलते परिवारों को सड़कों पर ला दिया जिस पर अब सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को जमकर फटकार लगाते हुए ऐसे ही एक मामले के पीड़ित को 25 लाख रूपये का हर्जाना चुकाने के आदेश दिए हैं।
कोर्ट ने योगी सरकार और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए एक व्यक्ति को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया। इतना ही नहीं, कोर्ट अधिकारियों के "अत्याचारी" रवैये से बेहद नाराज है।
अदालत के आदेश के बाद सपा नेता ने महराजगंज जिले में पीड़ित व्यक्ति का घर गिराने में शामिल अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की करते हुए कहा, कि 'ऐसे अधिकारियों के घरों के नक्शे भी जांचे जाने चाहिए और उनके खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई होनी चाहिए।
मौलाना मुमताज़ अली ज्ञान, धैर्य और अच्छे अख्लाक के मालिक थे
हौज़ा इल्मिया मदरसा जाफ़रिया कोपा गंज मऊ यू.पी.के प्रिंसिपल ने एक संदेश में मौलाना मुमताज़ अली की अलमनाक रहलत पर गहरे दुख और अफसोस का इज़हार करते हुए ताज़ियत पेश किया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, हौज़ा इल्मिया मदरसा जाफ़रिया, कोपा गंज, मऊ, यू.पी. के प्रिंसिपल हुज्जतुल इस्लाम मौलाना शमशीर अली मुख्तारी के ताज़ियती संदेश का मज़मून निम्नलिखित है:
यह जानगुदाज़ ख़बर सुनकर सख्त सदमा हुआ कि साहिब ए इस्म बामसम्मा हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लिमीन अलहाज मौलाना शेख़ मुमताज़ अली ग़ाज़ीपुरी, इमाम जुमा व जमात इमामिया हॉल दिल्ली अब हमारे दरमियान नहीं रहे।
इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलैहि राजिऊन।
इस दौर ए क़हतुल रिज़ाल में हमसे एक और हमदर्द-ए-क़ौम-ओ-मिल्लत, मुबल्लिग, मदर्रिस, मुसन्निफ़, मौलिफ़ और बेहतरीन ख़तीब जुदा हो गया। मरहूम मदरसा ए वाइज़ीन लखनऊ में क़याम के दौरान से ही तलबा से बड़ी बेतकल्लुफ़ी से मिलते थे और हौज़ा इल्मिया क़ुम मुक़द्दसा में तो उनकी यह ख़ासियत और ज़्यादा नुमायां हुई।
अनगिनत उलमा और तलबा से मुशफिकाना अंदाज़ में मिलना सबको बेहतरीन मशवरे देना, हंसते चेहरे और बेहतरीन अख़लाक के साथ सबसे पेश आना मरहूम की ख़ासियतों में शामिल था।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना शेख़ इब्न हसन वाइज़ दाम ज़िल्लहू ने कई बार बातचीत में मरहूम के ज़माना ए तलब-ए-इल्म से लेकर ज़िंदगी के हर मरहले की तारीफ की। यक़ीनन मरहूम एक बेमिसाल आलिम-ए-दीन थे।
आह! हुज्जतुल इस्लाम मौलाना शमशीर अली मुख्तारी हिल्म के जिस्म थे। अफ़सोस कि वे अब सुपुर्द-ए-लहद हो गए। खुदावंद करीम उनकी रूह के दर्जात बुलंद फरमाए और ऐसे मुखलिस हमदर्द-ए-क़ौम-ओ-मिल्लत का जल्द से जल्द बेहतरीन बदला दे! आमीन।
और अल्लाह तआला से दुआ करता हूं कि अल्लाह तआला मरहूम की मगफिरत करें और परिवार वालों को सब्र अता करें।
शरीक-ए-ग़म:
मौलाना शमशीर अली मुख्तारी, निदेशक, हौज़ा इल्मिया मदरसा जाफ़रिया, कोपा गंज, मऊ, यू.पी.भारत
नेतन्याहू इजराइल की सुरक्षा के लिए खतरा
एक हालिया सर्वेक्षण के अनुसार, 52 प्रतिशत इजरायली नागरिकों का मानना है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की नीतियां और कदम इजराइल की सुरक्षा के लिए खतरा बना हैं।
,एक रिपोर्ट के अनुसार, एक सर्वेक्षण में यह पता चला है कि 52 प्रतिशत इजरायली नागरिकों का मानना है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इजराइल की सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
इजरायली जनता के बहुमत ने रक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की आलोचना करते हुए गलांट को अधिक उपयुक्त माना हैं।
इब्रानी चैनल 13 द्वारा किए गए इस सर्वेक्षण में यह बात सामने आई कि बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा गोपनीय जानकारी के खुलासे के बाद उन्हें इजराइल की सुरक्षा के लिए एक खतरे के रूप में देखा जा रहा है।
चैनल 13 ने यह भी बताया कि 60 प्रतिशत इजरायली गलांट को रक्षा मंत्री के पद के लिए अधिक उपयुक्त मानते हैं, जबकि केवल 14 प्रतिशत लोगों ने मौजूदा नियुक्त मंत्री यिस्राईल कात्ज़" के पक्ष में वोट दिया हैं।
चैनल ने यह भी बताया कि 66 प्रतिशत लोग मानते हैं कि गलांट की बर्खास्तगी दलगत कारणों की वजह से हुई, जबकि 25 प्रतिशत ने इसे इजराइल के हित में माना हैं।
तेहरान में जापानी राजदूतः ईरानी आकर्षण ने हमें चकित कर दिया
तेहरान में जापान के राजदूत ने कहा कि ईरान में उपस्थिति से वह चकित हैं। साथ ही उन्होंने आर्थिक और पर्यटन के क्षेत्र में ईरान और जापान के मध्य संबंधों में विस्तार पर बल दिया।
तेहरान में जापानी दूतावास की ओर से सांस्कृतिक घटनाओं के संबंध में कार्यक्रम आयोजित हुआ था जिसमें जापानी राजदूत तमाकी सुकादा (TSUKADA TAMAKI) ने भाषण देते हुए कहा कि इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को आयोजित करने से मेरी आरज़ू व मेरा उद्देश्य ईरान के लोगों को जापान से अधिक परिचित कराना और दोनों देशों के मध्य आर्थिक, एतिहासिक और समान मूल्यों व समानताओं के संदर्भ में द्विपक्षीय संबंधों को अधिक से अधिक विस्तृत करना है।
तेहरान में जापान के राजूदत ने कहा कि तेहरान आने से पहले मेरा विचार कुछ और था परंतु जब मैं ईरान आया तो चकित रह गया।
जापानी राजदूत सुदाका तमाकी (TSUKADA TAMAKI) ने आगे कहा कि मैं चाहता हूं कि अधिक पर्यटक ईरान आयें क्योंकि ईरान के पास बहुत अधिक मूल्यवान एतिहासिक धरोहरें हैं और ईरान उन देशों में से एक है जिसके पास यूनेस्को में सबसे अधिक पंजीकृत सांस्कृतिक धरोहरें हैं।
ज़ायोनी सरकार से सांठ-गांठ करने वाली सरकारों के लिए चेतावनी
अरब जगत के विख्यात विश्लेषक ने जा᳴र्डन में ज़ायोनी सरकार की समर्थक सुपरमार्केट कंपनी Carrefour के बंद हो जाने को ज़ायोनी सरकार से सांठ- गांठ करने वाली सरकारों के लिए ख़तरे की घंटी बताया है।
अरब जगत के विख्यात विश्लेषक अब्दुलबारी अत्वान ने जा᳴र्डन में Carrefour के बंद होने की ओर संकेत किया और उन सरकारों के लिए इसे ख़तरे की घंटी बताया जो ज़ायोनी सरकार से सांठ- गांठ कर रही या करना चाहती हैं।
अब्दुलबारी अत्वान ने समाचार पत्र "रायुलयौम" में ज़ायोनी सरकार की समर्थक जा᳴र्डन में Carrefour कंपनी के उत्पादों के इस देश की जनता की ओर से बहिष्कार किये जाने की ओर संकेत किया। जा᳴र्डन में Carrefour सुपरमार्केट कंपनी ने इस देश में अपनी समस्त शाखाओं को भी बंद बंद कर दिया है।
अब्बुलबारी अत्वान ने लिखा है कि अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में इस्लामी प्रतिरोध कर्ताओं की ओर से किये जाने वाले हमलों के अलावा दूसरी ख़ुशहाल करने वाली ख़बरें भी आयी हैं। उन्होंने कहा कि ज़ायोनी दुश्मन के साथ अरब सरकारों की लज्जाजनक गद्दारी के परिप्रेक्ष्य में स्वाभाविक है कि जा᳴र्डन में Carrefour के बंद होने पर हम ख़ुशहाल हों। क्योंकि अतिग्रहणकारी सरकार की समर्थक कंपनियों व ब्रांडो का बंद होना बहुत बड़ी कामयाबी है।
अब्दुलबारी अत्वान ने आगे कहा कि इस विषय का बड़ा आध्यात्मिक व नैतिक मूल्य है क्योंकि यह विषय जनता व लोगों के प्रतिरोध का सूचक है वह भी इस हालत में जब ज़ायोनी सरकार के नरसंहार के संबंध में अरब सरकारों के विरोधाभासी रवइये को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
इस अरब विश्लेषक ने लिखा है कि यह कार्य उन सरकारों के लिए चेतावनी है जो ताक़त के बल पर लोगों पर शासन करना चाहती हैं।
अरब विश्लेषक अब्दुलबारी अत्वान ने लिखा है कि ज़ायोनी सरकार की समर्थक कंपनियों के बहिष्कार किये जाने की प्रक्रिया उस परिवर्तन का आरंभ है जो क्षेत्र और विश्व में शुरू हो चुका है और बहुत बड़ी सफ़लता का मार्ग प्रशस्त करने वाला है।
मौलाना मुमताज़ अली मरहूम ता हयात तबलीग ए दीन में मसरूफ रहे
हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मुमताज़ अली मरहूम जो इमाम ए जुमआ व जमात इमामिया हॉल दिल्ली में थे उनकी रहलत पर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली हुसैनी सिस्तानी के प्रतिनिधि मौलाना सैयद अशरफ अली ग़रवी ने गहरा दुख और अफसोस ज़ाहिर करते हुए ताज़ियत पेश की है।
हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मुमताज़ अली मरहूम जो इमाम ए जुमआ व जमात इमामिया हॉल दिल्ली में थे उनकी रहलत पर आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली हुसैनी सिस्तानी के प्रतिनिधि मौलाना सैयद अशरफ अली ग़रवी ने गहरा दुख और अफसोस ज़ाहिर करते हुए शोक संदेश जारी किया है।
शोक संदेश कुछ इस प्रकार है:
इन्नालिल्लाहि व इन्ना इलाही राजी'उन
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
بسم الله الرحمن الرحیم
الَّذِينَ إِذَا أَصَابَتْهُم مُّصِيبَةٌ قَالُوا إِنَّا لِلَّهِ وَإِنَّا إِلَيْهِ رَاجِعُونَ.
निश्चित रूप से एक कर्मठ और सेवाभावी आलिम ए दीन की रहमत से समाज में ऐसा शून्य उत्पन्न होता है जिसे भरना आसान नहीं है।
हमारे बीच से एक कर्मठ आलिम ए दीन हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मुमताज़ अली मरहूम दार-ए-मिज़ाज से दार-ए-करार की ओर रुख़्सत कर गए अपने परिवार साथियों दोस्तों और शागिर्दों को ग़मगीन कर गए।
उन्होंने अत्यंत सादगी के साथ जीवन बिताया और विशेष रूप से इमामिया हॉल के जुमे के मिम्बर से हर सप्ताह अपने अनूठे अंदाज़ में ता-हयात तबलीग-ए-दीन में व्यस्त रहे।
उनके किसी भी कदम से कभी भी क़ौम-ओ-मिल्लत को शर्मिंदा नहीं होना पड़ा और न ही उन्होंने अपनी शख्सियत को किसी फ़ितने या फ़साद का हिस्सा बनने दिया।
हम ख़ुदावंद ए आलम से दुआ करते हैं कि उनके दर्जात को बुलंद फ़रमाए जोवार-ए-मासूमीन अलैहिमुस्सलाम में स्थान प्रदान करें और उनके सभी परिवारजनों, रिश्तेदारों, शागिर्दों और अकीदतमंदों को सब्र-ए-जमील और अता फ़रमाए।
वस्सलाम
शरीक ए ग़म: सैयद अशरफ अली ग़रवी
मौलाना शेख मुमताज अली अपने आप में एक संपूर्ण संस्था थे
हौज़ा इल्मिया आयतुल्लाह खामेनेई (भारत) के संस्थापक ने अपने शोक संदेश में दिवंगत मौलाना शेख मुमताज अली की शैक्षणिक और व्यावहारिक सेवाओं को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मृतक अपने आप में एक संपूर्ण संस्थान थे सेवा, ज्ञान के प्रचार-प्रसार और मदरसों के विकास को सदैव याद रखा जाएगा।
हौज़ा इलमिया आयतुल्लाह खामेनेई के संस्थापक हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सैयद शमा मुहम्मद रिज़वी, ने एक शोक संदेश जारी किया और हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना शेख मुमताज अली की शैक्षणिक और व्यावहारिक सेवाओं के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की।
शोक संदेश का पाठ इस प्रकार है:
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्राहीम
الذین اذا اصابتهم مصیبة قالوا انا لله و انا الیه راجعون अल्लज़ीना इज़ा असाबतहुम मुसीबा क़ालू इन्ना लिल्लाहे वा इन्ना इलैहे राजेऊन
आह, मुमताज़ भाई!
मौलाना शेख मुमताज अली जिन्हे दिवंगत कहने से जबान लुकनत कर रही है आज हमारे बीच नहीं रहे। तंज़ीम अल-मकातिब लखनऊ के उपाध्यक्ष और इमामिया हॉल दिल्ली के इमाम जुमा वल जमात आप इस दुनिया को छोड़ चुके हैं, लेकिन आपके दोस्त, प्रियजन और लाखों प्रेमी अपने दिलों में दुख का तूफान लेकर बैठे अज़ा फ़ातिमा के आने से पहले आपने अहले-बैत (अ) के प्रेमीयो के घरो मे फर्शे अज़ा बिछा दी।
आप हर दिल को प्रिय एक दिव्य विद्वान थे, जो राष्ट्र के दर्द को समझते थे, एक अच्छे चरित्र वाले व्यक्ति, आस्थावान व्यक्ति और एक महान उपदेशक और शिक्षक थे। आपकी बौद्धिक क्षमताओं और व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं ने आपको एक महान इंसान बनाया। अरबी और उर्दू में उनके धाराप्रवाह भाषण, जिसमें वाक्पटुता का सुंदर मिश्रण था, ने दर्शकों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी।
आपके नेतृत्व में अनेक संस्थाओं की स्थापना हुई तथा विद्यालयों को सुदृढ़ किया गया। आपको अपने जीवन में जहां भी आवश्यकता महसूस हुई आपने अपनी सेवाएं प्रदान कीं। आपके उपदेश प्रायः विभिन्न कार्यक्रमों में प्रसारित होते थे। आप अपने आप में एक संस्था थे, आपकी बुद्धिमत्ता और अंतर्दृष्टि से कई जटिल समस्याओं का समाधान हुआ। सुधारवादी संस्थाएँ आपकी प्रशंसा में कसीदा पढ़ती थीं और आपके शिष्य बहुत अधिक हैं।
मैं अल्लाह तआला से दुआ करता हूं कि वह आपको जवारे मासूमीन मे स्थान दे। इस दुःख के अवसर पर, मैं मराज ए इकराम, विशेषकर सर्वोच्च नेता, विद्वानों, शोधकर्ताओं, शिक्षकों और प्रिय छात्रों, शोक संतप्तों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ।
हिंदुस्तान के मशहूर धार्मिक विद्वान मौलाना मुमताज़ अली का निधन
हिंदुस्तान के प्रख्यात धार्मिक विद्वान हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मुमताज़ अली का अचानक हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया।
मौलाना एक मशहूर और दर्दमंद दिल रखने वाले विद्वान् थे। आप एक मुबल्लिग़, क़ौम के हमदर्द, सदा जीवन यापन करने वाले और निहायत मिलनसार इंसान थे। आप का निधन हिंदुस्तानी समाज विशेषकर शिया समुदाय के लिए बहुत बड़ा नुकसान है।
मौलाना जहाँ उच्चकोटि के विद्वान् थे वहीँ आपका रहना सहना बहुत सादा था और आम लोगों से घुलने मिलने और उनके दर्द को बाँटने की आदत ने आपको लोगों का चाहता बना दिया था। आपने हमेशा छात्रों का हौसला बढ़ाया और उनसे खास मोहब्बत से पेश आते थे। आप हिंदुस्तान के बड़े शिक्षण संस्थान तंज़ीमुल मकातिब के उप प्रमुख तथा दिल्ली में स्थित इमामिया हाल के इमामे जुमा थे.
ब्रिटेन की दस गैरसरकारी संगठनों ने फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप का समर्थन किया
ब्रिटेन की दस प्रमुख गैर-सरकारी संगठनों ने एक बयान में फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए इस समूह के कुछ कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और उन पर दबाव डालने के खिलाफ विरोध जताया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन की दस प्रमुख गैरसरकारी संगठनों ने एक बयान में फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए इस समूह के कुछ कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और उन पर दबाव डालने के खिलाफ विरोध जताया है।
ब्रिटेन के दस गैरसरकारी संगठनों जिनमें केज इंटरनेशनल और ब्लैक लाइव्स मैटर शामिल हैं मंगलवार को एक संयुक्त बयान जारी करते हुए फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप का समर्थन करने की घोषणा की।
फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप ने इज़राइल को हथियार भेजने का विरोध करते हुए एल्बिट सिस्टम्स के कारखानों और कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किए, जिसके कारण ब्रिटिश सरकार ने इस पर दबाव डालना और इस पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है।
इन गैरसरकारी संगठनों के संयुक्त बयान में फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप की उपलब्धियों का उल्लेख किया गया है रिपोर्टों के अनुसार, इस समूह ने पिछले वर्ष इज़राइल समर्थक संस्था एल्बिट सिस्टम्स को करोड़ों पाउंड का नुकसान पहुंचाया है।
बयान में कहा गया है कि ऐसे सभी कार्य जो नरसंहार में इस्तेमाल होने वाले हथियारों की आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावित करते हैं नैतिक रूप से सही और समर्थन योग्य हैं।
बयान में यह भी कहा गया है कि जैसे जैसे इज़राइल द्वारा फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार की घटनाएं बढ़ रही हैं फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप ने भी अपनी गतिविधियों में वृद्धि की है।
इसके परिणामस्वरूप यह समूह लगातार यहूदी लॉबी के हमलों का निशाना बना है वर्तमान दस्तावेजों के अनुसार, एल्बिट सिस्टम्स और इज़राइली सरकार ने ब्रिटिश पुलिस, न्यायिक प्रणाली, अभियोजन कार्यालय और सरकारी मंत्रियों पर दबाव डाला है कि वे इस समूह पर कार्रवाई करें और इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग करें।
इन गैरसरकारी संगठनों ने फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप के राजनीतिक क़ैदियों का उल्लेख करते हुए कहा कि अब तक फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप के 16 राजनीतिक क़ैदी ब्रिटेन में कैद हैं, जिनमें से 11 की अब तक सुनवाई नहीं हुई है।
इसके अतिरिक्त इस समूह के कार्यकर्ताओं को अक्सर रात में पुलिस के छापे और लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। हम अपनी पूरी शक्ति के साथ फिलिस्तीन एक्शन ग्रुप के साथ खड़े हैं और हर संवेदनशील व्यक्ति से अनुरोध करते हैं कि वे इस समूह का समर्थन करें।
डोनाल्ड ट्रम्प नए अमेरिकी राष्ट्रपति चुने गए
अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सभी 50 राज्यों में हुई वोटिंग के नतीजों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रम्प ने चुनावी मुकाबला जीत लिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कुल 538 में से अब तक डोनाल्ड ट्रम्प ने 277 और कमला हैरिस ने 226 इलेक्टोरल वोट हासिल किए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन 188 और डेमोक्रेट्स 160 सीटों पर जीत चुके हैं। अमेरिका की 50 में से 27 राज्यों में डोनाल्ड ट्रम्प को जीत मिली है, जबकि 19 राज्यों में कमला हैरिस को सफलता मिली है।
इसी प्रकार सीनेट में भी रिपब्लिकन ने 51 सीटों के साथ बहुमत हासिल कर लिया है, जबकि डेमोक्रेट्स ने उच्च सदन की 43 सीटें जीती हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प ने फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा,हमने आज इतिहास रचा है। देश को समस्याओं से बाहर निकालेंगे, सीमाओं को सुरक्षित बनाएंगे और अन्य मुद्दों को हल करेंगे।
नए अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिकी जनता का धन्यवाद करते हुए कहा,यह एक शानदार जीत है, अमेरिका में एक सुनहरा दौर शुरू होने जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा,लोग कहते हैं कि मैं युद्ध शुरू करूंगा लेकिन मैं कोई युद्ध शुरू नहीं करूंगा, बल्कि युद्धों को खत्म करूंगा।