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ग़ज़्ज़ा में अमेरिका के समर्थन से लगातार जनसंहार कर रहा इस्राएल आए दिन अपने हमलों को तेज़ कर रहा है। इसी बीच अमेरिका के ज़ायोनी विदेश मंत्री एक बार फिर सीज़फायर की कोशिशों के नाम पर मिडिल ईस्ट के देशों की यात्रा पर निकले हुए हैं।

इस्राईल का गुणगान करते हुए ब्लिंकेन ने कहा कि इस्राईल बाइडन का शांति प्रस्ताव मान चुका है। ब्लिंकन ने दौरे के पहले दिन मिस्र के राष्ट्रपति सीसी से काहिरा में मुलाकात की और मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमास एकमात्र पक्ष है जो अभी तक बाइडन के युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमत नहीं हुआ है। उन्होंने मिस्र से कहा है कि वह हमास पर दबाव बनाए।

वहीँ ईरान ने एक बार फिर अमेरिका की साज़िशों मक्कारी को बेनक़ाब करते हुए कहा कि अमेरिका ग़ज़्ज़ा में सीज़फायर करना ही नहीं चाहता। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने कहा, पिछले 8 महीने से ग़ज़्ज़ा जनसंहार में जंग ज़ायोनी शासन को अमेरिका का पूरा साथ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका किसी भी तरह से युद्धविराम नहीं चाहता।

 

ब्रिक्स देशों ने ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनी हमलों और इस्राईली बर्बरता पर गहरी चिंता जताई है। ब्रिक्स देशों ने अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर फिलिस्तीन मुद्दे के दो-राज्य समाधान के दृष्टिकोण के प्रति समूह की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई।

रूस के निजनी नोवगोरोड में ब्रिक्स देशोंके विदेश मंत्रियों की एक बैठक हुई। इस बैठक में विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने भारत का प्रतिनिधित्व किया।

बैठक के बाद जारी किये गए

संयुक्त बयान में मक़्बूओजा फिलिस्तीन में स्थिति की गिरावट पर गंभीर चिंता व्यक्त की। ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी सेना के हमलों के परिणामस्वरूप यहाँ जारी हिंसा, फिलिस्तीनी लोगों की बड़ी संख्या में मौत और बड़े पैमाने पर नागरिक विस्थापन पर चिंता जताई गयी।

भारत में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार का गठन हो गया। भारत में पहली बार ऐसा हुआ है कि बिना किसी मुस्लिम मंत्री के केंद्रीय मंत्रिमंडल का गठन किया गया है। रविवार को अस्तित्व में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में सभी राज्यों, वर्गों और जातियों का प्रतिनिधित्व देने का दावा किया जा रहा है, लेकिन देश की 20 करोड़ मुस्लिम आबादी को इसमें कोई जगह नहीं मिली।

दिलचस्प बात यह है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के निवर्तमान मंत्रिपरिषद में भी कोई मुस्लिम मंत्री नहीं है, क्योंकि भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के रूप में शपथ लेने के तीन साल बाद 2022 में राज्यसभा के लिए फिर से निर्वाचित होने में नाकाम रहे। मुख्तार भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल में एकमात्र मुस्लिम मंत्री थे।

नरेंद्र मोदी 2014 में, जब पहली बार सत्ता में आए, तब राज्यसभा सांसद नजमा हेपतुल्ला को अल्पसंख्यक मामलों का मंत्री बनाया गया था, जो कैबिनेट में एकमात्र मुस्लिम प्रतिनिधित्व था। 2004 और 2009 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकारों में मंत्रिपरिषद में क्रमशः चार और पांच मुस्लिम थे।

यमन में अदन की खाड़ी में एक नाव दुर्घटना के कारण कम से कम 38 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 100 से अधिक लोग लापता हो गए हैं।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार यह लोग हॉर्न ऑफ अफ्रीका से आ रहे प्रवासी थे।

वहीँ चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने इस घटना में मरने वालों की संख्या 41 बताते हुए कहा है कि पूर्वी यमन के तट से दूर अरब सागर में प्रवासियों से खचाखच भरी एक नाव के पलट गयी, जिसके कारण कुल 41 अफ्रीकी प्रवासियों की मौत हो गयी।

रिपोर्ट के अनुसार यह नाव अदन के पूर्व में शबवा गवर्नरेट के तट पर पहुंचने से पहले ही डूब गई। हादसे के दौरान वहां मौजूद मछुआरों और स्थानीय लोगों ने नाव में सवार 78 लोगों को तो बचा लिया बावजूद इसके 100 लोग अभी भी लापता हैं। लापता लोगों की तलाश की जा रही है। इसके अलावा, इस घटना के बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ को भी जानकारी दे दी गई है।

 

छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में सतनामी समाज ने उग्र प्रदर्शन करते हुए डीएम और एसपी ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ की और उन्हें आग के हवाले कर दिया। इस घटना मेकिपुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीते दिनों बलौदा बाजार के गिरोदपुरी के महकौनी गांव में मौजूद संत अमर दास की तपोभूमि के पवित्र प्रतीक जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था जिसके बाद से ही सतनामी समाज में आक्रोश था। इस हिंसक प्रदर्शन में कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं।

इस घटना को लेकर सतनामी समाज के लोग 10 जून को विरोध प्रदर्शन करने सड़क पर उतरे। भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग कलेक्ट्रेट में घुस गए और उन्होंने सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी। इतना ही नहीं भीड़ ने कलेक्ट्रेट में आगजनी भी की।

हालंकि राज्य के डीप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने जैतखाम को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे लेकिन सतनामी समाज के पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच की मांग करते हुए प्रदर्शन करने लगे और DM और SP ऑफिस में आग लगाने के साथ साथ आस पास खड़ी गाड़ियों को भी फूंक डाला।

स्वीडन में ज़ायोनी दूतावास के सामने बड़ी संख्या में फिलिस्तीन समर्थक एकत्र हुए और ग़ज़्ज़ा में फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ ज़ायोनी शासन के अपराधों की निंदा की। इस प्रदर्शन में 500 से ज्यादा मोटरसाइकिल सवार मौजूद थे, जिन्होंने फिलिस्तीनी लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए ज़ायोनी शासन के अपराधों की निंदा की।

भारत में ईरान की इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनेई के प्रतिनिधि आयतुल्लाह महदी महदवी पूर ने कहा कि 40 मिलियन भारतीय शिया मशहद की यात्रा के लिए लालायित हैं, और उनके लिए इमाम रज़ा अ.स. के रौज़े की तरफ से प्लानिंग करना बेहद आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि भारतीय मुसलमानों के ज्ञान और जानकारी में इज़ाफ़े की आवश्यकता है जिस से इंकार नहीं किया जा सकता उन्होंने सुझाव दिया कि हर साल हिंदुस्तान के अलग अलग शहरों में इमाम रज़ा (अ.स.) के हवाले से कॉंफ्रेंस और बैठकें आयोजित की जानी चाहिए।

 भारत में, मासूम इमामों (अस) के लिए इश्क़ और अक़ीदत का जूनून है। भारतीय उपमहाद्वीप के मुसलमान अल्लाह उसके दीन और आखिरी नबी की तालीम और सिद्धांतों से लाभ उठाने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में शिया समाज की 20 हज़ार से ज़्यादा मस्जिदें हैं जहाँ 860 से ज़्यादा इमामे जुमा दीन की तब्लीग़ में मसरूफ हैं वहीँ 45000 से अधिक इमाम बारगाहें हैं जो इस देश की जनता की इमाम हुसैन से अक़ीदत को बताने के लिये काफी है।

पश्चिम बंगाल के कलकत्ता विश्वविद्यालय से संबद्ध एलजेडी लॉ कॉलेज की शिक्षिका संजीदा कादर ने हिजाब पहनने से रोकनेपर नाराज़ होकर अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। हिजाब पहनने से रोके जाने पर नाराज़ होकर

संजीदा कादर ने दुखी होकर पांच जून को इस्तीफा दे दिया। कहा जा रहा है कि उन्हें कॉलेज अधिकारियों ने 31 मई के बाद कार्यस्थल पर हिजाब पहनकर आने से मना किया था। इस बीच संजीदा ने अपने पद से इस्तीफ़ा देकर कॉलेज आना भी बंद कर दिया।

 मामला सार्वजनिक होने पर हंगामा मचा तो कॉलेज अधिकारियों ने अपनी सफाई पेश की। उन्होंने दावा किया कि गलत संचार की वजह से ये सब हुआ है। शिक्षिका अपना इस्तीफा वापस लेने के बाद 11 जून से कॉलेज वापस आएंगी।

बता दें कि संजीदा कादर पिछले तीन सालों से एलजेडी लॉ कॉलेज में बतौर शिक्षिका कार्यरत थीं। इस साल मार्च-अप्रैल से वह कार्यस्थल पर हेडस्कार्फ पहनकर पहुंच रही थीं। इस बीच कॉलेज के अधिकारियों ने उन्हें 31 मई के बाद कार्यस्थल पर हिजाब न पहनने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बाद संजीदा ने 5 जून को अपना इस्तीफा दे दिया।

लेबनान के केप्रभावी राजनैतिक दल और लोकप्रिय प्रतिरोधी जनांदोलन हिज़्बुल्लाह ने ज़ायोनी सेना के अत्याधुनिक ड्रोन हर्मीस 900 को मार गिराने का वीडियो जारी किया है। यह पांचवा अवसर है जब हिज़्बुल्लाह ने दक्षिणी लेबनान में ज़ायोनी सेना के इस आधुनिक ड्रोन को मार गिराया है। ज़ायोनी सेना ने भी अपने हर्मीस 900 के दक्षिणी लेबनान में गिराए जाने की पुष्टि की है।

इज़राईली युद्धक विमानों ने गाज़ा शहर में एक आवासीय घर पर बमबारी की जिसमें दो महिलाओं और एक बच्चे सहित कम से कम 6 लोग शहीद हो गए।

एक रिपोर्ट के अनुसार,इज़राईली युद्धक विमानों ने गाज़ा शहर में एक आवासीय घर पर बमबारी की जिसमें दो महिलाओं और एक बच्चे सहित कम से कम 6 लोग शहीद हो गए।

अलजज़ीरा ने खबर दी है कि गाजा के एक घर पर ज़ायोनी सरकार के युद्धक विमानों ने हमला किया जिसमें कम से कम 6 लोग शहीद हो गए हैं जिनमें दो महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल है।

गाजा में चिकित्सा सूत्रों के अनुसार रविवार सुबह से शाम तक कब्जे वाली ज़ायोनी सेना की बमबारी के परिणामस्वरूप कम से कम 35 फ़िलिस्तीनी शहीद हो गए हैं।