
رضوی
इज़रायल के ज़ुल्फ के खिलाफ जॉर्डन में विरोध प्रदर्शन हुआ
जॉर्डन में ग़ाज़ा और फ़िलिस्तीनियों के समर्थन और इज़राईल के ज़ुल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ लोगों ने इस प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया
फिलिस्तीनी वफ़ा समाचार एजेंसी के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीन और हमास आंदोलन के झंडे उठाए और फिलिस्तीन और अलअक्सा तूफान ऑपरेशन के साथ प्रतिरोध और एकजुटता के समर्थन में नारे लगाए।
इज़राइल-हमास युद्ध में संघर्ष विराम के लिए बातचीत में प्रगति हाल के महीनों में शुरू हुई है, और बिडेन और उनके शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी एक समझौते पर पहुंचने के प्रयासों में निकटता से शामिल हुए हैं।
हज़रत बुरैर इब्ने हजीर अलहमदानी की कर्बला के मैदान में महान कुर्बानी और फेदाकारी
जनाब बुरैर इब्ने हजीरअल हमदानी मशरकी था आपका कबीला हमदान की शाख बनू मशरिक की एक अज़ीम शख्सियत थे आप काफी उम्र रसीदा और ताबइ होने के साथ आबिद-व-जाहिद,कारी-ऐ-कुरआन बल्कि उस्ताद-ऐ-कुरआन थे आप का शुमार अमीरुल मोमिनीन के असहाब और शुराफाए कूफा में था
आप का पूरा नाम बुरैर इब्ने हजीर-अल-हमदानी मशरकी था । आपका कबीला हमदान की शाख बनू मशरिक की एक अज़ीम शख्सियत थे । आप काफी उम्र रसीदा और ताबइ होने के साथ आबिद-व-जाहिद,कारी-ऐ-कुरआन बल्कि उस्ताद-ऐ-कुरआन थे आप का शुमार अमीरुल मोमिनीन के असहाब और शुराफाए कूफा में था।
आपने कूफा से मक्का जाकर इमाम हुसैन अ० के हमराही इख्तेयार की थी आपने इमाम हुसैन अलै० और उनके अहलेबैत अ० की जैसी खिदमत की है उस की मिसाल नज़र नहीं आती शबे आशूर पानी की जद्दो जहद में आप ने जो कारनामा किया है वो सफ्हाते तारिख में सोने के हर्फ़ से लिखने के काबिल है।
शबे आशूर के बाद सुबह आशूर आपने जबरदस्त नबर्द आजमाई की बुढ़ापे के बा-वजूद आप ने ऐसी जंग की की दुश्मनों के दांत खट्टे हो गए आप जिस पर भी हमला करते थे उसे फ़ना के घाट उतार देते थे सब से पहले आप से जिसने मुकाबला किया वह यजीद इब्ने मअक्ल था।
आपने उसे चन्द वारो में फ़ना कर दिया आखिर इसी तरह आपने तीस दुश्मनों को फ़ना के घाट उतार दिया आखिर में राज़ी इब्ने मनक्ज़ सामने आया आपने उसे ज़मीन पर दे मारा और उस के सीने पर सवार हो गए इतने में कअब इब्ने अज्वी ने आप की पुश्ते मुबारक पर तीर का गहरा वार किया।
कअब ने नेजा और तलवार से कई वार करके जनाब बुरैर को सख्त जख्मी कर दिया और आखिर आप को बहिर इब्ने औरा-अल-जबी ने शहीद कर डाला । शहादत के वक़्त आपने हजरते इमामे हुसैन अले० को आवाज़ दी और आप उनकी लाश पर पहुचे और आपने निहायत दर्द भरे लहजे में फरमाया “अन-बुरैर मिन्न अबदिल्लाह-हिस्सालेहींन” हाय बुरैर हमसे जुदा हो गए जो खुदा के बेहतरीन बन्दों में से थे।
मलेशिया के higher education मंत्री ने प्रतिबंधों के बावजूद ईरानी प्रतिभाशालियों की कामयाबियों की सराहना की
मलेशिया के higher education मंत्री ने ईरान और मलेशिया के विश्वविद्यालयों के मध्य संबंधों में विस्तार हेतु अपने देश की तस्परता की घोषणा की है।
मलेशिया के higher education मंत्री ज़म्बरी अब्दुल क़ादिर ने क्वालालांपुर में इस्लामी गणतंत्र ईरान के राजदूत वलीउल्लाह मोहम्मदी से मुलाक़ात में ईरानी विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग में विस्तार हेतु अपने देश की तत्परता की घोषणा की।
मलेशिया के higher education मंत्री ने इस मुलाक़ात में पिछले वर्ष ईरान की अपनी यात्रा की ओर संकेत किया और उत्पाद, उद्योग, कृषि और विश्वविद्यालयों सहित विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिका के एकपक्षीय प्रतिबंधों के बावजूद ईरानी प्रतिभाशालियों की उपलब्धियों और कामयाबियों की सराहना की।
क्वालालांपुर में ईरानी राजदूत वलीउल्लाह मोहम्मदी ने भी इस भेंट में कहा कि दोनों देशों के मध्य उच्च शिक्षा के संबंध में जो सहमतियां हुई हैं उन्हें दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के मध्य होने वाले सहयोग में विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण क़दम समझा जा रहा है। ईरानी राजदूत मोहम्मदी ने इसी प्रकार इस भेंट में उम्मीद जताई कि दोनों देशों के अधिकारियों व ज़िम्मेदारों के ध्यान की छत्रछाया में ईरान और मलेशिया के विश्वविद्यालयों के मध्य सहकारिता पहले से अधिक होगी।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राजदूत ने इसी प्रकार दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधिमंडलों के एक दूसरे के यहां आवाजाही का स्वागत किया और उसे एक रचनात्मक और एक दूसरे के विश्वविद्यालयों को पहचानने की दिशा में महत्वपूर्ण क़दम क़रार दिया।
अगले शहरीवर महीने में तेहरान में विश्वविद्यालयों की बड़ी उपलब्धियों के बारे में एक प्रदर्शनी आयोजित होने वाली है जिसे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों से अवगत होने के लिए ईरानी राजदूत ने बेहतरीन अवसर बताया और इस प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए मलेशियाई पक्ष को आमंत्रित किया।
ब्राज़ील इस्लामिक केंद्र में अज़ादारी ए इमाम हुसैन
इमाम हुसैन (अ.स.) की शहादत के शोक में मोहर्रम के पहले अशरे में ब्राज़ील के साओ पाउलो शहर में स्थित इस्लामिक सेंटर में हर रात शियाने अली अ.स. की भारी मौजूदगी में मजलिसो मातम का एहतेमाम किया गया।
नेतन्याहू के गिरफ़्तारी वारंट को चुनौती नहीं देगा ब्रिटेन
ग़ज़्ज़ा में जनसंहार कर रहे ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतन्याहू को लेकर अगर ICC गिरफ़्तारी वारंट जारी करता है तो ब्रिटेन उसे कोई चुनौती नहीं देगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि उनका देश इस्राईल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के गिरफ्तारी वारंट को चुनौती नहीं देगा।
बता दें कि ब्रिटेन में अब प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के नेतृत्व वाली लेबर पार्टी की सरकार है। हालिया आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी को हार मिली थी। ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली पार्टी ने आईसीसी के इस वारंट को चुनौती देने की योजना बनाई थी।
ताइवान में तूफान ने मचाई तबाही, अब तक कई की मौत
ताइवान में तूफ़ान क़हर बनकर टूट रहा है अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है जबकि अब भी कई लोग लापता हैं। चक्रवाती तूफान गेमी ने ताइवान में भीषण तबाही मचाई है। इस तूफान से अब तक ताइवान में आठ लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।
ताइवान की सेंटल इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर (CEOC) ने यह जानकारी दी है। सीईओसी के आंकड़ों के अनुसार, एक व्यक्ति लापता भी है और घायलों की कुल संख्या 866 है। फिलहाल चक्रवाती तूफान गेमी कमजोर पड़ गया है और अब यह चीन पहुंच गया है। हालांकि तूफान के असर से अभी भी ताइवान में भारी बारिश की आशंका है।
ट्रम्प और नेतन्याहू की मुलाक़ात, मैं जीतता तो नहीं होता ग़ज़्ज़ा जनंसहार
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को फ्लोरिडा के मार-ए-लागो स्थित अपने निजी क्लब और निवास में ज़ायोनी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। इस दौरान ट्रम्प ने दावा किया कि अगर वह 2020 का चुनाव जीत जाते तो हमास का हमला और ग़ज़्ज़ा में युद्ध नहीं होता। नेतन्याहू के साथ ट्रम्प की यह मुलाकात उस बयान के एक दिन बाद हुई, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमास के साथ चल रहे युद्ध को इस्राईल को तेजी से खत्म करना होगा। दोनों नेताओं की आखिरी मुलाकात 2020 में हुई थी।
बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ट्रम्प के साथ बैठक हुई है। हालांकि, ट्रम्प ने इस बारे में कोई स्पष्ट योजना नहीं दी है कि वह संघर्ष को समाप्त करने में कैसे मदद करेंगे, लेकिन उन्होंने बार-बार सुझाव दिया है कि वह ग़ज़्ज़ा में अधिक बल का उपयोग करके इस्राईल का समर्थन करते हैं।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर का चुनाव लड़ेंगे इमरान खान
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर का चुनाव लड़ेंगे। पहली बार चांसलर चुनाव के लिए होने वाली ऑनलाइन मतदान प्रक्रिया में इमरान खान जेल से भाग लेंगे। इमरान के एक सहयोगी के मुताबिक इमरान ने चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने 1972 में ऑक्सफोर्ड विवि के केबल कॉलेज से अर्थशास्त्र और राजनीति शास्त्र की पढ़ाई की। उन्होंने अपना पहला टेस्ट डेब्यू मैच 1971 में खेला और ऑक्सफोर्ड विवि की क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे। इसके अलावा खान 2005 से 2014 तक ब्रैडफोर्ड विवि के कुलपति भी रहे। इस बार ऑक्सफोर्ड विवि में चांसलर का चुनाव होना है।
इस्लामी पहचान के लिए ईरान और इंडोनेशिया की संयुक्त चिंता
ईरान में इंडोनेशिया के राजदूत ने पवित्र नगर क़ुम की यात्रा करके हज़रत मासूमा सलामुल्लाह विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया और वहां की शैक्षिक और अध्ययन व शोध गतिविधियों को निकट से देखा।
ईरान में इंडोनेशिया के राजदूत H.E. Mr. Ronny Prasetyo Yuliantoro पवित्र नगर क़ुम में अपनी उपस्थिति पर प्रसन्नता जताई और हज़रत मासूमा सलामुल्लाह अलैहा विश्वविद्यालय में मौजूद शैक्षिक संभावनाओं को देखने के बाद उम्मीद जताई कि दोनों देशों और हज़रत मासूमा स. विश्वविद्यालय और इंडोनेशिया के विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग जारी रहेगा।
ईरान के पवित्र नगर क़ुम में हज़रत मासूमा स. विश्वविद्यालय की कुलपति व प्रमुख मरियम बुर्दबार ने इस निरीक्षण के अवसर पर इंडोनेशिया के राजदूत से भेंटवार्ता की जिसमें उन्होंने ईरान और इंडोनेशिया के विश्वविद्यालों के मध्य संबंधों को विस्तृत किये जाने पर बल देते हुए कहा कि आसमानी किताब, पैग़म्बरे इस्लाम, इस्लामी पहचान, इस्लामी जीवन शैली और विभिन्न मामलों में ईरान और इंडोनेशिया के मध्य समानतायें मौजूद हैं जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिये।
श्रीमती मरियम बुर्दबार ने इसी प्रकार ईरान में महिलाओं की स्थिति की ओर संकेत करते हुए कहा कि ईरान में इस्लामी क्रांति की सफ़लता के बाद महिलाओं के क्षेत्र में हम बहुत अधिक प्रगति के साक्षी हैं और ईरान में जो विश्वविद्यालय हैं उनके शैक्षिक प्रतिनिधिमंडलों के सदस्य 36 प्रतिशत से अधिक महिलायें हैं और ईरानी विश्वविद्यालयों में दाख़िला पाने की आधी इच्छुक लड़कियां हैं।
हज़रत मासूमा विश्वविद्यालय की कुलपति ने इस विश्वविद्यालय के नारे को बयान करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय अपनी सांस्कृतिक पहचान के साथ इस्लामी जगत की महिलाओं के लिए आदर्श बनना चाहता है। इस विश्वविद्यालय का नारा" प्रतिभाशाली महिला, उच्च परिवार" है।
उल्लेखनीय है कि हज़रत मासूमा स. विश्वविद्यालय ईरान के क़ुम प्रांत में स्थित है और इसकी बुनियाद वर्ष 2007 रखी गयी थी और इस समय उसमें एक हज़ार 700 लड़कियां व महिलायें शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के मार्ग पर चलना ही सत्य है
शाहगंज जौनपुर,मोहल्ला भादी खास मे शुक्रवार की रात मे मरहूम मकबूल के अजाखाने से शबीहे अलम गहवारे अली अशगर ज़ुलजनाह बरामद हुआ जिसकी मजलिस अली जनाब मौलाना शमशीर हुसैन साहब जौनपुरी ने पढी और इमाम हुसैन अ.स.और उनके इकहत्तर शहीद के जिक्र करते हुए लोगो को इमाम हुसैन के बताए मार्ग पर चलने का निर्देश दिया।
शाहगंज जौनपुर /नगर के मोहल्ला भादी खास मे शुक्रवार की रात मे मरहूम मकबूल के अजाखाने से शबीहे अलम गहवारे अली अशगर जुलजना बरामद हुआ जिसकी मजलिस अली जनाब मौलाना शमशीर हुसैन साहब जौनपुरी ने पढी और इमाम हुसैन अ.स.और उनके इकहत्तर शहीद के जिक्र करते हुए लोगो को इमाम हुसैन के बताए हुए रास्तो पर चलने को कहा और जैसे ही मसायब पढा मजलिस मे बैढे लोगो की आखे नम हो गई।
मजलिस के बाद अन्जुमन गुलशने अब्बास ने नौहा मातम किया जुलूस अपने कदीम रास्तो से होते हुए लोहराना बाकरिया इमाम बरागाह होते हुए सुबह चार बजे वापस मरहूम मकबूल अजाखाने पर समाप्त हुआ।
जुलूस मे अन्जुमन हैदरी नई आबादी अन्जुमन हुसैनिया अम्बारी अन्जुमन हैदरी आलम खा जौनपुर अन्जुमन हुसैनिया सैदपुर ने पुरर्दद मसायबी नौहा मातम पेश किया सोजखानी मोहम्मद सैफ व उनके हमनवा ने किया।
और नेजामत आसिफ बिस्वानी ने किया अलबिदा ई तकरीर अली जनाब मौलाना चाद वारिश साहब सिराजी ने पढी इस मौके पर रौशन मौलाई साहेबे आलम आफताब हुसैन बदरे आलम अफजल रशीद सलमानी मोहम्मद नसीम जैद वसीम आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे सौकडो पुरुष माहिलाये व बच्चे जुलूस मे चल रहे थे जुलूस के मिन जानिब गुलशन ने आये हुए लोगो का आभार व्यक्त किया।