यमन ने हइफ़ा बंदरगाह की समुद्री घेराबंदी शुरू की / इस्राइल के ड्रोन हमले लेबनान पर

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यमन ने हइफ़ा बंदरगाह की समुद्री घेराबंदी शुरू की / इस्राइल के ड्रोन हमले लेबनान पर

यमन की सशस्त्र सेना ने हइफ़ा बंदरगाह पर समुद्री घेराबंदी की शुरुआत की घोषणा की है।

यमनी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर यह्या सरीअ ने सोमवार को एक बयान में हइफ़ा बंदरगाह की समुद्री घेराबंदी शुरू करने के निर्णय की घोषणा की।

 उन्होंने कहा: यह निर्णय इस्राइली दुश्मन की बढ़ती आक्रामकता, बर्बर हमलों और फ़िलिस्तीनी जनता की घेराबंदी व भूख से मारने की नीति के जवाब में लिया गया है।

 इस बयान में यमनी सशस्त्र बलों ने चेतावनी दी कि हइफ़ा बंदरगाह को इस बयान के जारी होने के साथ ही औपचारिक रूप से यमन के सैन्य लक्ष्यों की सूची में शामिल कर लिया गया है।

 साथ ही, उन सभी कंपनियों से, जिनके जहाज़ हइफ़ा बंदरगाह में मौजूद हैं या वहाँ की ओर रवाना हो रहे हैं, अनुरोध किया गया है कि वे घोषित की गई चेतावनियों और उपायों को गंभीरता से लें।

 बयान के अंत में कहा गया है कि ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ सभी सैन्य कार्रवाइयाँ और निर्णय उस समय रोक दिए जाएंगे, जब ग़ज़ा पर हमलों को पूरी तरह से बंद किया जाएगा और वहाँ की नाकाबंदी समाप्त की जाएगी।

 हइफ़ा बंदरगाह की घेराबंदी: एक ऐतिहासिक और अनोखा क़दम

 इसी संबंध में, फिलिस्तीन की स्वतंत्रता के लिए जन आंदोलन ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि ग़ज़ा पट्टी की जनता के खिलाफ ज़ायोनी शासन की बढ़ती बर्बरता के जवाब में हइफ़ा बंदरगाह पर यमन द्वारा समुद्री घेराबंदी लागू करने के निर्णय का हम स्वागत और सराहना करते हैं।

 इस आंदोलन ने आगे कहा कि हइफ़ा बंदरगाह की घेराबंदी, जो अवैध अधिकृत भूमि में स्थित है, एक अद्वतीय क़दम और एक महत्वपूर्ण बिन्दु है और इस्राइली शासन के ख़िलाफ यमन के प्रतिरोधक बलों की कार्यवाही के एक नए चरण की शुरुआत मानी जाएगी।

ग़ज़ा में शहीदों की संख्या में वृद्धिः

फ़िलिस्तीनी जनता के ख़िलाफ ज़ायोनी शासन के अपराधों के जारी रहने के बीच, फिलिस्तीनी चिकित्सीय सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि सोमवार से अब तक इस्राइली सेना द्वारा ग़ज़ा पट्टी के विभिन्न क्षेत्रों पर किए गए भीषण हमलों में कम से कम 126 फिलिस्तीनी शहीद हुए हैं।

 ग़ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस संख्या को मिलाकर 7 अक्टूबर 2023 से अब तक ग़ज़ा पट्टी में शहीदों की कुल संख्या 53,486 तक पहुँच चुकी है, जबकि घायलों की संख्या 151,398 हो गई है।

 फिलिस्तीनी प्रतिरोध के साथ संघर्ष में एक ज़ायोनी सैनिक मारा गया

 दूसरी ओर इस्राइली सेना ने घोषणा की है कि उसका एक सैनिक, जो 601 इंजीनियरिंग यूनिट से संबंधित था, ग़ज़ा पट्टी के उत्तर में फिलिस्तीनी प्रतिरोध बलों के साथ हुई झड़पों में मारा गया है।

 इस्राइली सुरक्षा सूत्रों ने सोमवार को ग़ज़ा पट्टी में एक सुरक्षा घटना के होने की भी सूचना दी है। इन सूत्रों के अनुसार, इस्राइली सेना के दो बचाव हेलीकॉप्टर घायल सैनिकों को लेकर "सोरोका अस्पताल" में उतरे हैं। ये घायल सैनिक ग़ज़ा से लाए गए थे।

 ज़ायोनी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कम से कम एक सैनिक इस घटना में मारा गया है। इसके अलावा ज़ायोनी सूत्र "हदशोत लेओ तज़नज़ोरा" ने दावा किया है कि इस्राइली सेना का एक सैनिक अपने ही साथियों की गलती से हुई गोलीबारी में मारा गया है।

 ग़ज़ा के इंडोनेशियाई अस्पताल में बिजली पूरी तरह गुल

 ग़ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इंडोनेशियाई अस्पताल में बिजली पूरी तरह से कट चुकी है और इस्राइली बलों के सीधे हमलों में अस्पताल के जनरेटरों को निशाना बनाया गया है, जिससे इलाज की सेवाएं पूरी तरह से बर्बादी के कगार पर पहुँच गई हैं।

 इस मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि अस्पतालों में बिजली जनरेटरों की तबाही का अर्थ है स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ का टूट जाना और यह कि इससे ग़ज़ा पट्टी भर के अस्पतालों में सभी ज़रूरी चिकित्सीय गतिविधियाँ पूरी तरह से ठप पड़ जाएंगी।

 लेबनान पर इस्राइली ड्रोन हमले

इसी बीच ज़ायोनी शासन ने सोमवार को संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए कई बार ड्रोन हमले लेबनान पर किए।

 ताज़ा घटना में इस्राइली ड्रोन हमले में लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र के हूला कस्बे में एक नागरिक अपने घर के सामने शहीद हो गया।

 इसके अलावा कफ़रकला कस्बे में एक लेबनानी नागरिक इस्राइली सैनिकों की गोलीबारी में कंधे से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए मरजेऊन अस्पताल ले जाया गया।

 लेबनानी सूत्रों ने बताया कि एक इस्राइली ड्रोन ने दक्षिण लेबनान के अज़्ज़हीरा कस्बे में एक कार पर बम गिराया, जिससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।

 साथ ही दक्षिण लेबनान के बिंते जुबैल क्षेत्र के उपनगर "सर्बीन" के पास "वादिल उयून" इलाके में एक मोटरसाइकिल पर किए गए इस्राइली ड्रोन हमले में दो लोग घायल हुए हैं।

 

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