गाज़ा शहर के अलशिफा अस्पताल के पास पत्रकारों के तंबुओं पर जायोनी सेना के हमले में 7 पत्रकारों को शहादत हुई है, जिनमें अलजज़ीरा के दो पत्रकार भी शामिल हैं।
गाज़ा शहर के अलशिफा अस्पताल के पास पत्रकारों के तंबुओं पर जायोनी सेना के हमले में 7 पत्रकारों को शहादत हुई है, जिनमें अलजज़ीरा के दो पत्रकार भी शामिल हैं।
अलशिफा अस्पताल के नजदीक पत्रकारों के तंबुओं पर जायोनी शासन के आतंकी हमले में 5 पत्रकार शहीद हुए, जिनमें अलजज़ीरा के प्रसिद्ध पत्रकार अनस शरीफ भी थे, जो "गाजा की आवाज़.के नाम से मशहूर थे।
जायोनी सेना ने एक बयान जारी कर आधिकारिक रूप से पुष्टि की कि उसने गाजा में पत्रकारों के एक समूह को सीधे निशाना बनाया है लेकिन इस घृणित कार्य को सही ठहराने के लिए अनस शरीफ पर फिलिस्तीनी प्रतिरोध से जुड़े होने का झूठा आरोप लगाया।
अनस शरीफ के घर पर इससे पहले भी जायोनी हमला हो चुका था, लेकिन उस समय वह घर पर नहीं थे और उनके पिता को शहादत प्राप्त हुई थी।
अलशिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स के प्रबंधक ने घोषणा की कि जायोनी आक्रमणकारियों के हमले में 7 लोगों की मौत हुई।
अनस अलशरीफ (अल-जज़ीरा के प्रसिद्ध पत्रकार)
मोहम्मद अलकुरैक़ी (अल-जज़ीरा पत्रकार)
इब्राहिम अलज़ाहिर (कैमरामैन)
मोमिन अलअलवा (कैमरामैन)
मोहम्मद नोफल (पत्रकार और फोटो सहायक)
इन पत्रकारों की शहादत के साथ ही 7 अक्टूबर से अब तक गाजा युद्ध में शहीद हुए मीडियाकर्मियों की संख्या 237 हो गई है।