शहीदों की याद में आयोजित सम्मेलन के अवसर पर आयतुल्लाहिल उज़्मा हुसैन मज़ाहरी ने अपने एक संदेश में कहा कि शहादत अल्लाह की ओर से एक महान उपहार है जो केवल ईमानदार और अच्छे बंदों को ही प्राप्त होती है।
आयतुल्लाहिल उज़्मा हुसैन मज़ाहरी ने इस्फ़हान के जामे मस्जिद में शहीदों की याद में आयोजित सम्मेलन के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि शहादत अल्लाह की ओर से एक महान उपहार है जो केवल ईमानदार और अच्छे बंदों को ही प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि अल्लाह के रास्ते में शहादत वास्तव में ईश्वरीय और मानवीय मूल्यों की रक्षा में एक ऐसी कुर्बानी है जो इंसान को अल्लाह के निकट और शाश्वत खुशी तक पहुँचा देती है। शहीदों ने दुनियावी दिखावे से ऊपर उठकर जिहाद फी सबीलिल्लाह का रास्ता अपनाया और सर्वोच्च आध्यात्मिक स्थान प्राप्त किया।
आयतुल्लाह मज़ारी ने कहा कि शहीद अपनी कुर्बानियों के माध्यम से हमें यह सीख देते हैं कि मौत से डरना या दुनियावी सुखों के खत्म होने पर दुख करना मोमिन के लिए शोभा नहीं देता।
उन्होंने जोर देकर कहा कि जीवित लोगों को कुरआन और अहले बैत अ.स. की शिक्षाओं पर चलकर और लोगों की सेवा को अपना आदर्श बनाकर, शहीदों के रास्ते को जारी रखना चाहिए।
अंत में, उन्होंने ने शहीदों के परिवारों और इस स्मारक समारोह के आयोजकों की सराहना करते हुए दुआ की कि अल्लाह तआला सभी को अपने रास्ते में दृढ़ता, ईमानदारी और अच्छे कर्मों की तौफीक अता फरमाए।