इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने न्यायपालिका के अधिकारियों से भेंट में कहा है कि धमकी, लोभ, मित्रता और जनमत के दबाव जैसे न्याय प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले कारकों का मुकाबला किया जाना चाहिए।
वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने रविवार की शाम न्यायपालिका के अधिकारियों से अपनी भेंट में न्याय प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए मार्गदर्शन दिये और इस्लामी गणतंत्र ईरान की न्याय पालिका के पहले प्रमुख और ईरान के संविधान के मुख्य रचयिता डाक्टर बहिश्ती को श्रंद्धाजलि अर्पित की।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि न्यायपालिका देश के तीन अतिमहत्वपूर्ण विभागों में से एक है तथा देश में इस्लामी नियमों के पालन की मुख्य ज़िम्मेदार भी है इस लिए इस पालिका से संघर्ष व अत्याधिक प्रयास की आशा रखना उचित है।
इस अवसर पर ईरान की न्यायपालिका प्रमुख आयतुल्लाह आमुली लारीजानी ने न्यायपालिका की कार्यवाहियों के बारे में रिपोर्ट पेश की।