यमनी चैनल "अल-मसीरा" ने बताया कि आज राजधानी सना के "सत्तर चौक" पर एक अभूतपूर्व और ऐतिहासिक लाखों लोगों का मार्च निकाला गया, जो विशेष रूप से ग़ज़्ज़ा में उत्पीड़ित फ़िलिस्तीनी लोगों के समर्थन में आयोजित किया गया था।
यमनी चैनल "अल-मसीरा" ने बताया कि आज राजधानी सना के "सत्तर चौक" पर एक अभूतपूर्व और ऐतिहासिक लाखों लोगों का मार्च निकाला गया, जो विशेष रूप से गाज़ा में उत्पीड़ित फ़िलिस्तीनी लोगों के समर्थन में आयोजित किया गया था।
इस भव्य रैली के अंत में जारी बयान में कहा गया कि यमनी लोग अंसारुल्लाह आंदोलन के नेता सय्यद अब्दुल मलिक अल-हौसी के उस बयान का पुरज़ोर समर्थन करते हैं, जिसमें उन्होंने ज़ायोनी सरकार के ख़िलाफ़ आगे के उपायों और विकल्पों पर विचार करने की बात कही थी।
रैली में भाग लेने वाले लोगों ने स्पष्ट रूप से कहा कि फ़िलिस्तीनी लोगों के नरसंहार की असली ज़िम्मेदारी संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल की है, जबकि अरब सरकारें अपनी चुप्पी और निष्क्रियता के कारण इस जघन्य अपराध में समान रूप से भागीदार हैं।
प्रतिभागियों ने दोहराया कि ग़ज़्ज़ा और फ़िलिस्तीन का समर्थन करना न केवल यमन की आधिकारिक नीति है, बल्कि यमनी लोगों का स्थायी और अटल सार्वजनिक रुख भी है।