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जॉर्डन के विदेश मंत्री ऐमन सफ़दी दमिश्क़ की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे हुए हैं। दमिश्क की आधिकारिक यात्रा के दौरान, जॉर्डन के विदेश मंत्री ने सीरिया के राष्ट्रपति बश्शार असद से मुलाकात की और उन्हें किंग अब्दुल्लाह द्वितीय का संदेश दिया।

इस रिपोर्ट के मुताबिक सफादी ने दमिश्क में सीरियाई राष्ट्रपति से द्विपक्षीय मुद्दों और क्षेत्र के हालात पर बातचीत की। इस मुलाक़ात में जॉर्डन के विदेश मंत्री ने बश्शार असद को किंग अब्दुल्लाह द्वितीय का संदेश दिया।

12 वर्षों के बाद जॉर्डन के विदेश विभाग के प्रमुख की सीरिया की यह पहली यात्रा है। 2011 में सीरिया संकट के समय जॉर्डन उन देशों में शामिल था जिसने सीरिया से संबंध ख़त्म करते हुए ज़ायोनी-अमेरिकी और साम्राज्यवाद प्रायोजित आतंकी गुटों की खुल कर सहायता की थी।

हौज़ा इलमिया के प्रमुख ने कहा: धार्मिक और कलामी प्रवचन और विभिन्न वैज्ञानिक, तकनीकी क्षेत्रों में दैवीय मूल्यों से दूरी के कारण, सभी शैक्षणिक संस्थान आज विभिन्न दोषों और कमियों का सामना कर रहे हैं और यह दूरी मानवता के लिए बड़ी हानी का कारण है।

हौज़ा इलमिया के प्रमुख आयतुल्लाह अली रज़ा आराफ़ी ने हौज़ा इलमिया यज़्द में नए प्रबंधक की नियुक्ति और पिछले प्रबंधक के विदाई समारोह में बातचीत के दौरान कहा: ईश्वर का स्मरण व्यक्ति के आंतरिक संसार को बदल देता है और एक नये संसार का निर्माण करता है।

उन्होंने आगे कहा: हमारा प्रयास ईश्वर से दुआ करना है, लेकिन किसी के लिए उस बिंदु तक पहुंचना जहां स्वयं ईश्वर उससे बात करता है, यह सामान्य लोगों के लिए समझ में नहीं आता है।

आयतुल्लाह आराफ़ी ने कहा: जब हम पश्चिमी सभ्यता के बारे में बात करते हैं, तो इस संबंध में हमारा दृष्टिकोण कभी भी कठोर या अतिवादी नहीं होता है। हम वर्तमान विज्ञान और ज्ञान की प्रगति को स्वीकार करते हैं, लेकिन हम कहते हैं कि इन प्रगति के बावजूद, हमारे पास इस आधुनिक सभ्यता की मौलिक आलोचनाएं भी हैं, और प्रमुख आलोचनाओं में से एक यह है कि वैज्ञानिक और तकनीकी मामलों की दिव्यता और पवित्र मामलों से अलग होना है।

उन्होंने कहा: एकेडमियो को न केवल महान दार्शनिक, न्यायशास्त्र, कुरान और हदीस विरासत की रक्षा करनी चाहिए, बल्कि इसे जोड़ना चाहिए और वर्तमान दुनिया के सवालों के जवाब देने के लिए इस संग्रह को और अधिक कार्यात्मक बनाना चाहिए, हालांकि यह एक कठिन काम है।

आयतुल्लाह आराफी ने कहा: हमारा न्यायशास्त्र बहुत समृद्ध और मूल्यवान है और दुनिया के प्रमुख कानूनी स्कूलों से बेहतर है, यह रचनात्मकता और नए शोध के साथ-साथ उनमें नए विचार पैदा करता है।

उन्होंने कहा: हमारे दुश्मनों को कभी यह कल्पना नहीं करनी चाहिए कि प्रतिरोध धुरी के नेताओं को मारने से इस्लामी क्रांति का विचार और दुनिया में इसकी लहर धीमी या बंद हो जाएगी।

आयतुल्लाह आराफी ने कहा: वर्तमान समय में हौज़ा और विश्वविद्यालय की ज़िम्मेदारी बहुत गंभीर है और हमें याद रखना चाहिए कि हम इस महान राष्ट्र के ऋणी हैं, जिनके प्रयासों से हमें इस्लामी क्रांति का आशीर्वाद मिला है।

 

 

 

बहराइच में हिंसा पीड़ित समुदाय विशेष के लोगों के घरों पर बुलडोज़र कार्रवाई पर रोक लगाते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 15 दिन की मोहलत देते हुए पीड़ित पक्ष को अपना पक्ष रखने का मौका दिया है। 

उत्तर प्रदेश के बहराइच में बुलडोजर एक्शन पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 15 दिन के लिए रोक लगा दी है। पीडब्ल्यूडी (PWD) विभाग की ओर से जिन 23 घरों या दुकानों पर नोटिस चिपकाया गया था, उनको जवाब दाखिल करने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई तीन दिन बाद 23 अक्टूबर को होगी।

23 अक्टूबर की सुनवाई के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। बहराइच हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद सहित 23 लोगों के घरों और दुकानों पर पीडब्ल्यूडी ने शनिवार को नोटिस चस्पा कर दिया था। विभाग की ओर से नोटिस सरकारी रास्ते पर अतिक्रमण हटाने को लेकर लगाई गई थी। तीन दिनों में ग्रामीण सड़क के मध्य से 60 फीट की दूरी पर बनाए गए निर्माण को हटाने के लिए कहा गया था।

 

मिडिल ईस्ट में इस्राईल के साथ मिलकर युद्ध की आग भड़का रहे अमेरिका ने ग़ज़्ज़ा और लेबनान में जनसंहार कर रहे अवैध राष्ट्र को 8,7 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। 

ज़ायोनी शासन के युद्ध मंत्रालय ने क्षेत्र में युद्ध भड़काने के लिए इस शासन को 8.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता हासिल होने की पुष्टि की है।

मंत्रालय ने यह भी कहा कि ज़ायोनी शासन अपनी वायु रक्षा को मजबूत करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका से 5.2 बिलियन डॉलर की आपातकालीन सहायता प्राप्त करना चाहता है।

 

 

 

इस्राइली प्रधानमंत्री के निवास पर हिज़्बुल्लाह लेबनान के सफल ड्रोन हमले के बाद तेल अवीव के अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस्राइली प्रधानमंत्री के निवास पर हिज़्बुल्लाह लेबनान के सफल ड्रोन हमले के बाद तेल अवीव के अधिकारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

अलजज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इब्रानी अखबार यदीओत अहारोनोट ने खबर दी है कि इस्राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के घर पर हिज़्बुल्लाह लेबनान के ड्रोन हमले के बाद इस्राइली अधिकारियों ने सुरक्षा उपायों को और कड़ा कर दिया है जो डर और तनाव की स्थिति को दर्शाता है।

इससे पहले इब्रानी मीडिया ने स्वीकार किया था कि हमने एक भयावह और अत्यधिक तनावपूर्ण सुबह की शुरुआत की है उत्तरी इलाकों पर हमले रात से जारी हैं और थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।

मीडिया ने बताया कि हिज़्बुल्लाह ने अलसनवार की हत्या पर प्रतिक्रिया दी है,सुबह हमने इस प्रतिक्रिया की तीव्रता को देखा इस्राइली मीडिया ने यह भी कहा कि अब तक सैकड़ों ड्रोन हमारी हवाई सीमा में प्रवेश कर चुके हैं और यह तेल अवीव की कमजोरी को उजागर करता है जिसे उसे स्वीकार करना होगा।

 

इस्लामी आंदोलन नाइजीरिया के नेता हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन शेख़ इब्राहीम ज़कज़ाकी ने अपने एक संदेश में निडर और बहादुर कमांडर और मुजाहिद याह्या सिनवार की शहादत पर उम्मत ए मुस्लिमा और दुनिया भर के स्वतंत्रता सेनानियों को मुबारकबाद और ताज़्यात पेश की है।

इस्लामी आंदोलन नाइजीरिया के नेता हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन शेख़ इब्राहीम ज़कज़ाकी ने अपने एक संदेश में निडर और बहादुर कमांडर और मुजाहिद याह्या सिनवार की शहादत पर उम्मत ए मुस्लिमा और दुनिया भर के स्वतंत्रता सेनानियों को मुबारकबाद और ताज़्यात पेश की है।

रिपोर्ट के अनुसार शेख इब्राहीम ज़कज़ाकी ने इस शहादत के महान हादसे पर अपने सोशल मीडिया पेज पर एक संदेश जारी किया जिसका पाठ इस प्रकार है:

بسم الله الرحمن الرحیم

ولا تحسبن الذین قتلوا فی سبیل الله أمواتا بل أحیاء عند ربهم یرزقون.

إنّا لله وإنّا إلیهِ رَاجعُون

और जो लोग अल्लाह के रास्ते में मारे गए उन्हें मरा हुआ न समझो, बल्कि वे अपने रब के पास ज़िंदा हैं और उन्हें रोज़ी दी जा रही है।

मैं बहुत अफसोस और दुख के साथ हमास के बहादुर मुजाहिद शहीद याह्या अलसिनवार और उनके साथियों की शहादत पर मुजाहिदीन ए मुक़ावमत उनके परिवार दोस्तों और चाहने वालों को मुबारकबाद और ताजियात पेश करता हूं।

अल्लाह से दुआ करता हूं कि वह इस महान शहीद और उनके साथियों को जन्नत ए फ़िरदौस में ऊंचे दर्जात अता फरमाए।

हम दुआ करते हैं कि अल्लाह उनकी रूह को इमाम-ए-ताहिरीन अ.स विशेषकर हज़रत सैय्यदुश-शोहदा अ.स के पास स्थान दे।

इब्राहीम ज़कज़की

 

 

यमन के हौसी समूह ने एक बयान में घोषणा किया है कि उन्होंने अरब सागर में एक जहाज पर हमला करने के लिए बम से भरे ड्रोन का इस्तेमाल किया हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार ,यमन के हौसी समूह ने एक बयान में घोषणा किया है कि उन्होंने अरब सागर में एक जहाज पर हमला करने के लिए बम से भरे ड्रोन का इस्तेमाल किया हैं।

हौसी द्वारा संचालित अलमसीरा टीवी द्वारा प्रसारित एक बयान में कहा गया फिलिस्तीनी और लेबनानी प्रतिरोधों के समर्थन में हमारी सेना ने कई ड्रोनों के साथ अरब सागर में जहाज मेगालोपोलिस को निशाना बनाते हुए एक ऑपरेशन चलाया और ऑपरेशन ने अपने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक हासिल किया हैं।

अलमसीरा टीवी के हवाले से समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि जहाज को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि जिस कंपनी का यह जहाज है उसका इजराइल के साथ सौदा है।

प्रवक्ता ने कहा,हम इजरायल से जुड़े या उसकी ओर जाने वाले या उसके साथ काम करने वाले सभी जहाजों को निशाना बनाने की अपनी निरंतरता की पुष्टि करते हैं, और हम मिसाइलों और ड्रोनों से इजरायल को निशाना बनाना जारी रखेंगे।

 

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मिडिल ईस्ट में साल भर से जारी ज़ायोनी सेना की आतंकीय कार्रवाई और अब फिलिस्तीनी लीडर याह्या सिनवार की शहादत के बाद इस क्षेत्र में बढ़ते खतरे को लेकर चिंता जताई है। हमास चीफ याह्या सिनवार की शहादत के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मिडिल ईस्ट के संघर्ष को खत्म करने के लिए स्थायी समाधान पर जोर दिया है। पुतिन ने कहा है कि इस मुद्दे को सुलझाने का मुख्य तरीका आजाद फिलिस्तीन देश की स्थापना है। यूक्रेन से लेकर मिडिल ईस्ट तक जंग की आग भड़काने वाले अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश हमास चीफ सिनवार की मौत के बाद बंधकों की रिहाई की मांग तो कर रहे हैं लेकिन इन देशों ने इस संघर्ष के स्थायी समाधान का जिक्र भी नहीं किया। पुतिन ने कहा कि फिलिस्तीनी मुद्दे को हल करने का मुख्य तरीका फिलिस्तीन का एक पूर्ण राज्य बनाना है। 

 

 

पाकिस्तान के पाराचिनार जिला करम में हालात एक बार फिर से तनावपूर्ण हो गए हैं तकफीरी फायरिंग में चार लोगों की मौत हो गई और दो घायल हो गए हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा के जिला करम में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हैं और मकबल पंज अलीज़ई शेंगक इलाके में विरोधी गुटों के बीच फायरिंग जारी है।

हाल ही में हुई घटना में चार लोगों की मौत हो गई और दो घायल हो गए, जबकि एक हफ्ते के भीतर शहीद होने वालों की संख्या 20 से ज्यादा बताई जा रही है।

पुलिस के अनुसार, सीमा क्षेत्र शेंगक में मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने खेतों में मौजूद लोगों पर फायरिंग की जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।

जिला करम के मुख्यालय पाराचिनार के जिला अस्पताल के मेडिकल के डॉ. सैयद मीर हुसैन जान ने बताया कि कल दो शव और पांच घायलों को अस्पताल लाया गया जिन्हें चिकित्सा सहायता दी जा रही है।

याद रहे कि एक हफ्ता पहले भी इसी इलाके में फायरिंग की घटना में दो लोग घायल हो गए थे जिसके बाद यात्रियों की गाड़ियों पर हमला हुआ, जिसमें पंद्रह लोगों की मौत हो गई थी इस घटना के बाद से इलाके में हालात तनावपूर्ण हैं, जिसकी वजह से जिला करम का कोहाट और पेशावर से एक हफ्ते से जमीनी संपर्क टूट गया है और इलाके में खाने-पीने की चीजों की कमी हो गई है।

ईरान की मेज़बानी में सेना का समुद्रीय सैन्य अभ्यास IMEX 2024 आरंभ हो गया है जिसमें हिन्द महासागर के कुछ तटवर्ती देशों की सेनायें भी भाग ले रही हैं।

सैन्य अभ्यास IMEX 2024 के ईरानी प्रवक्ता Rear Admiral मुस्तफ़ा ताजुद्दीनी ने इस सैन्य अभ्यास के आरंभ होने का एलान किया।

समाचार एजेन्सी इर्ना के हवाले से बताया है कि शनिवार को Rear Admiral मुस्तफ़ा ताजुद्दीनी ने पत्रकारों के मध्य कहा कि इस युद्धाभ्यास का संदेश शांति, दोस्ती, समरसता और सामूहिक भागीदारी है और इस युद्धाभ्यास में ईरान के अलावा रूस, ओमान, सऊदी अरब, भारत, थाईलैंड,पाकिस्तान, क़तर और बांग्लादेश की सेनायें भाग ले रही हैं और इस युद्धाभ्यास का नारा "एक दूसरे के साथ हिन्द महासागर की सुरक्षा" है। 

रियर एडमेरिल ताजुद्दीनी ने इसी प्रकार इस युद्धाभ्यास में भाग लेने वाली सेनाओं के कार्यक्रम की जानकारी दी और कहा कि इस युद्धाभ्यास में भाग लेने वाले युद्धोपोतों ने समुद्र में नियत स्थान पर पहुंचने के बाद आग पर क़ाबू पाने, बचाने की कार्यवाही और समुद्र में गिर जाने वाले तेलों को नियंत्रित करने सहित विभिन्न कार्यवाहियों का अभ्यास आरंभ कर दिया।

भारत के प्रस्ताव पर वर्ष 2008 से हिंद महासागर के तटवर्ती देशों की सेनाओं की सम्मिलित से नौसैनिक युद्धाभ्यास होता है और इस युद्धाभ्यास का मक़सद समुद्र में सुरक्षा चुनौतियों का मुक़ाबला करने के लिए सहयोग में विस्तार है।